आजमगढ़- अहरौला कस्बे में थाने से बमुश्किल 500 मीटर की दूरी पर शनिवार की पूर्वांह्न सशस्त्र बदमाशों ने पहले जलपान की दुकान पर चाय पिया और फिर दूकान मालिक को गोलियां मार कर फायरिंग करते हुए फरार हो गये। घायल को स्थानीय सीएचसी ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गयी। दिनदहाड़े हुई इस घटना से नाराज स्थानीय लोगों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। पुलिस के निवेदन पर लोग नहीं माने फिर पुलिस अधीक्षक सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पंहुची और लोगों को समझा बुझाकर जाम समाप्त कराया गया।
अहरौला थाना क्षेत्र के मतलूबपुर निवासी जितेंद्र उर्फ नाटे हलवाई 35 वर्ष पुत्र मोहन की अहरौला कस्बे में थाने से 500 मीटर दूरी पर मिष्ठान की दुकान है। शनिवार की सुबह करीब 8.30 बजे जितेंद्र दुकान पर बैठा था। इसी दौरान तीन बदमाश बाइक से आये और दुकान पर चाय पी।
जितेंद्र ने उन्हें ग्राहक समझा और चाय पिलाई। चाय पीने के बाद बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायर कर जितेंद्र को गंभीर रूप से घायल कर दिया। गोली लगने के बाद जितेंद्र मौके पर ही गिर गया वहीं बदमाश थाने की तरफ से ही भागने लगे। गोली की आवज सुनकर जब बाजार के लोग उस दिशा में बढ़े तो उन्होंने बैंक के पास भी एक फायर किया और लोगों को दहशत में छोड़ फुलवरिया की तरफ भाग निकले। घायल दुकानदार जितेंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहरौला ले जाया गया जहां चिकितसक ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से नाराज कस्बे के व्यवसायी शव लेकर नहर बाईपास चौराहे पर पहुंचे और शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया। साथ ही अहरौला, मतलूबपुर और पकड़ी बाजार को बंद कर सारे कारोबारी सड़क पर आ गये। लोगों का आक्रोश देख स्थानीय पुलिस ने घटना की जानकारी आलाधिकारियों को दी तो पुलिस अधीक्षक रविशंकर छवि सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंच गये। कई थानों की फोर्स भी बुला ली गयी।लोगों को समझाबुझाकर जाम समाप्त कराने का प्रयास किया गया लेकिन लोगों में पुलिस के प्रति भारी गुस्सा दिखा। किसी तरह एसपी के समझाने और आरोपियों की गिरफ्तारी एंव पीड़ित परिवार को सहायता का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया गया। शव को पोस्टमॉटम के लिए भेजा गया है।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़
दिनदहाड़े दुकानदार की गोली मारकर हत्या
