शेरकोट/बिजनौर- अनिश्चित काल के लिए चौथे दिन भी हड़ताल पर बैठे हैं लोग जो संविधान से जुड़ी अनेकों मांगों को लेकर बैठे हैं। 8 अगस्त बुधवार 2018 से शुरु आर-पार का आंदोलन है हम बहुजन समाज के लोग देश की मौजूदा स्थिति का आकलन करें तो 70 साल की आजादी के बावजूद जाति के नाम पर मान-सम्मान अपमान का सिलसिला अभी भी बंद नहीं हुआ है बहन बेटियों पर अत्याचार जारी है सरकारी स्कूलों में पानी की अलग से व्यवस्था मंदिरों के बाहर शूद्र का प्रवेश वर्जित लिखा होना शादियों में दुल्हो को घोड़ों पर ना बैठने देना जैसे आज भी जारी है SC ST समाज की बहन बेटियों के रोजगार से जुड़े मामले जैसे पशु पालन को लेकर भूमिहीन होने की वजह से चारे की व्यवस्था के लिए अक्षर अपमान सहना पड़ता है स्पेशल कंपोनेंट प्लान एस सी पी के बजट से पूरे देश में चारे की व्यवस्था की जाए SC ST के प्रमोशन से जुड़े पदोन्नति बिल को लोकसभा में पास कर संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए obc को भी प्रमोशन में आरक्षण को उपलब्ध कराया जाए देश के सभी प्रदेशों के केंद्र में खाली पड़े SC ST OBC के बैकलोक को जल्द पूरा किया जाए एससी एसटी एक्ट नौकरी व शिक्षा का आरक्षण आदि अन्य मांगों को लेकर अनिश्चित काल के लिए भूख हड़ताल पर बैठे हैं यह हड़ताल पूरे भारत के 8 राज्यों में चल रही है इस भूख हड़ताल में पूरे भारत में 3782 आदमी 177 सभाओं में बैठे हैं जिला बिजनौर में 3 गांव में 80 लोग भूख हड़ताल पर बैठ कर इस आंदोलन को चला रहे हैं।
– रिपोर्ट डीके शर्मा विकार अंजुम
दलित समाज का धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल चौथे दिन भी जारी
