बिहार, समस्तीपुर जिला अन्तर्गत दलसिंहसराय अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय में शनिवार एडीजे कोर्ट का समारोह पूर्वक उद्घाट्न किया गया।
इस अवसर पर पटना हाईहाई कोर्ट के जज सह समस्तीपुर न्यायमंडल के निरीक्षी न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय प्रिय, बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, सूबे के विधि मंत्री कृष्णनंदन वर्मा व बार काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष सूरज नारायण प्रसाद सिंहा ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्जवलित कर समारोह का उद्घाट्न किया।
उद्घाट्न समारोह को संबोधित करते हुये न्यायमूर्ति ने कहा कि एडीजे कोर्ट का दलसिंहसराय में कार्यारंभ होने पर हमें आनंद का अनुभव हो रहा है। क्योंकि यहां के अधिवक्ताओं में इस कोर्ट को लेकर काफी उत्साह था। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट चाहती है कि न्याय आपके घर के पास मिले। एडीजे कोर्ट में यहां आज से ही कार्य शुरु होने से सबों को फायदा पहुंचेगा। सभी को शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुये विस अध्यक्ष श्री चौधरी ने कहा कि एडीजे कोर्ट के उद्घाट्न पर हमें ज्यादा ही प्रशन्नता हो रही है। क्योंकि इस कहानी की शुरुआत यहां 1983 में ही हो चुकी थी। विधायिका, कार्यपालिका एवं न्यायपालिका को परिभाषित करते हुये विस अध्यक्ष ने कहा कि संविधान में न्यायपालिका का विशेष महत्व है।
संविधान निर्माताओं की परिकल्पना को न्यायपालिका ने भी साकार करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि देश व समाज की सेवा तथा लोगों को न्याय देना ही लक्ष्य होना चाहिये। न्याय का दरवाजा समीप आ गया है। मजबूरी में न्यायालय आनेवाले लोगों को जरूर न्याय मिले। अपने संबोधन में सूबे के विधि मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार के मुखिया नीतीश कुमार का उद्देश्य ही है न्याय के साथ विकास। यह हम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया को सरल करना सरकार की नीति है। यहां एडीजे कोर्ट की स्थापना से इसकी प्रापित होगी। उन्होंने विकास कायार्ें की चर्चा करते हुये कहा कि कानून की रक्षा एवं कानून का राज स्थापित करने में हमारी सरकार सफल हुई है।
आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ, समस्तीपुर