बरेली। दरोगा की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा मे भी अभ्यर्थियों ने साइबर एक्सपर्ट से मिलकर फर्जीवाड़ा कर दिया। इसके जरिए उन्होंने परीक्षा में अच्छे अंक हासिल किए लेकिन जब पुलिस की साइबर एक्सपर्ट की टीम ने इसकी जांच की तो पता चला की प्रदेश मे इस तरह से फर्जीवाड़ा हुआ है। अभिलेखों की जांच के दौरान बरेली पुलिस लाइन से ऐसे चार अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी कर उन्हे जेल भेज दिया है। पुलिस ने इस मामले मे केंद्र संचालक, प्रबंधक को भी मुकदमे मे नामजद किया है। पुलिस के अनुसार मुजफ्फरनगर के हसरौली के गांव खटोला निवासी फुरकान ने दारोगा पद के आवेदन मे बरेली क्षेत्र की वरीयता लिखी। पिछले वर्ष दिसंबर मे ऑनलाइन परीक्षा के लिए आगरा का आरवी सेंटर मिला था। परीक्षा पास कर रविवार को वह प्रपत्र जांच व शारीरिक परीक्षा के लिए बरेली पुलिस लाइंस आया। जांच मे अभ्यर्थी फुरकान अली, चंद किरन, प्रवीन कुमार व मो. मोहसिन का नाम भी सामने आया। चारो अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की सूचना पर आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है। बोर्ड प्रत्येक अभ्यर्थी की जांच करा रहा। इसके मामले में पाया गया कि परीक्षा वाले दिन आरोपितों ने आधा घंटा तक एक भी सवाल हल नही किया। इसके बाद 40 मिनट मे पूरा पेपर हल कर दिया। फुरकान को आरवी सेंटर की मिलीभगत से अनुचित साधनों से परीक्षा पास कराई गई। फुरकान के साथ केंद्र संचालक व प्रबंधक भी धोखाधड़ी के मुकदमे में नामजद किया गया है। यह भर्ती वर्ष 2021 की है। इसमे दारोगा, सिपाही, महिला सिपाही आदि पदों के लिए आवेदन हुए थे। इसके बाद चारों आरोपियों समेत आरवी ऑनलाइन सेंटर आगरा, राधेश्याम विद्यापीठ के अमित अग्रवाल और व्यवस्थापक, संचालक समेत प्रबंधक के खिलाफ सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम, धोखाधड़ी, आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को जेल भेज दिया।।
बरेली से कपिल यादव