बरेली- दरगाह आले रसूल खानकाहे वामिकिया शाहदाना वली रोड पर 79 वां उर्स आले रसूल का आयोजन किया जाना है जिसके चलते 16 अक्तूबर को बुधवार को प्रेस काफ्रेंस मे उर्स का पोस्टर जारी किया गया, जिसमें
नाइब सज्जादा नशीन हुजुर बदरे तरीकत सय्यद असलम मियाँ वामिकी जीलानी ने पोस्टर जारी करते हुये बताया कि इस साल सय्यदुल मशाएख व हज़रत सय्यद वामिक मियां का 79 वां और ताजुल औलिया हज़रत सय्यद निशात मियां का 46 वां उर्स 21 अक्तूबर 2024 से 23
अक्तूबर तक दरगाह आले रसूल में मनाया जायेगा।
जिसमें 21 अक्तूबर बरोज़ पीर सुबह कुरानखानी के साथ उर्स का अगाज़ होगा और दोपहर 2 बजे मोहल्ला बाग अली अहमद तालाब से परचम कुशाई और चादरों का
जुलूस निकाला जायेगा। जो आज़म नगर, बासमण्डी, साहुगोपीनाथ स्कूल होता हुआ मगरिब के वक्त खानकाह पहुचेगा। बाद नमाज़े ईशा महफिले समा रूहानी (कव्वाली) का प्रोगाम होगा और देर रात महबूबे ईलाही
हज़रत निज़ामउद्दीन औलिया के कुल की रस्म अदा की जायेगी।
22 अक्तूबर 2024 बरोज़ मंगल चादरो का जूलूस शहर के मुख्तलिफ ईलाको से आस्ताने पहुचेगा जिसमें खास तौर पर हाफिज़गंज कुल्हाड़ापीर, हजियापुर, ब्रहम्पुरा शामिल है। 23 अक्तूबर बरोज़ बुध कुल शरीफ होगा।
जिसमें कुरानखानी से महफिल का आगाज़ होगा बाद नातों मनकबत तकरीर उल्माऐ ईकराम और 1 बजे कुल शरीफ की रस्म अदा की जायेगी और लंगरे आम होगा खानकाह के नाईब सज्जादा नशीन सय्यद असलम मिया वामिकी ने बताया उर्स की तमाम तकरीबात (प्रोगाम)
हुजुर साहिबे सज्जादा सय्यद मोहम्मद मियां वामिकी जीलानी साहब की सरपरस्ती और सदारत में रहेगी। मीडिया प्रभारी जावेद शानू ने बताया उर्स की सभी ज़िम्मेदारियां वामिकया एजूकेशन वेल्फेयर सोसायटी को
सौंप दी गई हैं।
– बरेली से तकी रज़ा