कुशीनगर-आज मौसम मे हुए अचानक बदलाव से जहाँ एक ओर गर्मी से कुछ राहत मिली वहीं दूसरी ओर किसानों की चिंताएं बढ़ गई।
कहते हैं “मौसम अल्पकालिक वायुमंडलीय दशाओं योग होता है” इस पंक्ति को चरितार्थ करते हुए आज सायंकाल लगभग पाँच बजे अचानक मौसम ने करवट बदली और देखते ही देखते तेज धूलभरी आँधी ने दृश्यता को न्यूनतम कर दिया।कुछ ही छड़ों बाद बारिश ने अपने मित्र आँधी का साथ देना प्रारम्भ किया और मौसम सुहावना हो गया। जिससे एक ओर जहाँ चिलचिलाती धूप से कुछ समय के लिए निजात तो मिली है किन्तु वहीं दूसरी ओर किसानों की तैयार खड़ी गेहूँ की फसलों को काफी नुकसान भी हुआ है।साथ ही मौसम मे हुए इस बदलाव ने किसानों की चिंताएं और बढ़ा दी है कहीं ऐसा न हो पूरे साल की मेहनत पर पानी फिर जाए क्योंकि इस मौसम मे प्रायः ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान होता है।
ऐसे मे यह कहना समीचीन है कि मानव कितना भी प्रगति क्यों न कर ले किन्तु वह प्रकृति से आगे नही हो सकता।
-जटाशंकर प्रजापति,कुशीनगर
तेज हवा और बारिश से गेहूं को नुकसान
