आजमगढ़- सप्ताह भर से हो रही बारिश ने जहाँ तमाम गरीबों को बेघर कर दिया वहीँ पूरे जिले की विद्युत व्यवस्था तो भी तबाह कर दिया है ।शुक्रवार की रात करीब आठ बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने जिले की नदियों को बाढ़ की तरफ धकेल दिया है। तेज आंधी के साथ हुई बारिश से कई मकान व पेड़ गिर गये वहीँ कच्चे मकानों के गिरने से हो रही मौतों का सिलसिला शुरू हो गया है । बारिश से सिधारी थाना के सामने कालोनी में पानी इकठ्ठा हो गया। इस दौरान एक मकान में तेजी से पानी जाने लगा,सिधारी पुलिस ने रात में पीड़ित परिवार को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
डीएम आवास के पास जाफरपुर में सड़क पर पेड़ गिर जाने से आजमगढ़-निजामबाद मार्ग प्रभावित है। शनिवार की दोपहर तक चार पहिया वाहन नहीं जा पा रहे थे। गंभीरपुर थाना क्षेत्र के दयालपुर गांव में शनिवार की सुबह कच्चे मकान की दीवार गिरने से आठ वर्षीय अर्पित यादव की मौत हो गयी। इसके साथ ही 65 वर्षीय गायत्री, 35 वर्षीय जीत नरायन, 10 वर्षीय आदित्य घायल हो गया। दीदारगंज क्षेत्र के पुष्पनगर गांव में शुक्रवार की रात 80 वर्षीय सूर्यनाथ मिश्र मंडई में सो रहे थे। तेज बारिश व आंधी से मंडई गिर गयी। जिसमें दब कर वृद्ध की मौत हो गयी।अतरौलिया में बीती रात तेज बारिश से छितौनी गांव के मनवरपुर में कच्ची दीवार गिर गयी। मलबे में दब कर एक महिला की मौत हो गयी। वही क्षेत्र के इब्राहिमपुर में 18 वर्षीय युवक की मौत हो गयी। सठियांव के देवरिया खालसा गांव में कच्चा मकान गिर गया। मेंहनगर क्षेत्र के गहुंनी गांव में बिजली के पांच खम्भे गिरने से बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गयी। शहर की बात करें को विद्युत् व्यवस्था जहाँ पूरी तरह ठप्प रही वहीँ कोलघाट, अराजीबाग हीरपट्टी, प्रह्लाद नगर आदि तमाम इलाकों के रास्ते जलमग्न हैं। तमसा की बढ़त का अंदाजा अगर लगाना है तो राजघाट शमशान पर जाइये , वहां शवदाह करने की जगह ही नहीं बची है।
रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़