बरेली, शीशगढ़। थाना शीशगढ़ क्षेत्र के गांव बुझिया में तेंदुए के आतंक से लोग परेशान हैं। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने यहां दोबारा पिंजरा लगा दिया है। हालांकि सोमवार को बुझिया में तेंदुआ नहीं दिखाई दिया। तेंदुए के भय से लोग बाहर निकलने में डर रहे हैं। बच्चे स्कूल भी अकेले नहीं जा पा रहे हैं। खौफ के चलते बुझिया गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। मालूम हो कि बुझिया गांव में 12 साल की बच्ची उपासना को अपना निवाला बनाने बाला तेंदुआ को एक सप्ताह पूर्व वन विभाग के पिंजड़े में कैद होने के बाद वन अधिकारी उस तेंदुए को बिजनौर के अमाननगर के जंगल मे छोड़ आये थे परन्तु एक दूसरा तेंदुआ पिछले सात दिनों से शीशगढ़ थाना क्षेत्र और बहेड़ी थाना क्षेत्र के गांवो के ग्रामीण देखने का दावा कर रहे हैं जवकि वन विभाग ग्रामीणों की सूचना को केवल अफवाह बता रहे हैं। बीती शाम रविवार को छह बजे गांव बुझिया निवासी एक महिला तेंदुए दहाड़ने के बाद बेहोश हो गई थी। इंस्पेक्टर शीशगढ़ के द्वारा क्षेत्र के गांवो में रात में अकेले न निकलने की ग्रामीणों से अपील की। वन विभाग के अधिकारियों ने गांव बुझिया के जंगल में एक बकरा बांध कर पिंजरा लगाया गया है। वन कर्मियों का मानना है कि बकरे को खाने के लिए तेंदुआ फिर से इस स्थान पर आएगा। वन विभाग अब तक ग्रामीणों के दावे को नकारता रहा। पूरे इलाके में तेंदुए की दहशत मिले पंजों के निशान के बाद वन विभाग बैकपुट पर आ गया।।
बरेली से कपिल यादव