बरेली। रविवार को विश्व हिंदू परिषद हिंदू आक्रोश रैली निकालकर मंदिरों धर्मशालाओं और आश्रमों पर सरकारी नियंत्रण हटाने की मांग करते हुए तिरुपति बालाजी प्रसाद मामले मे जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कमिश्नर के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले रविवार को नेहरू युवा केंद्र में धरना आयोजित किया। जिसमें विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने कहा कि भारत में अधिकांश हिंदू मंदिरों आश्रमों और धर्मशालाओं पर सरकार का नियंत्रण है। नेहरू युवा केंद्र से शुरू हुई हिंदू आक्रोश रैली कमिश्नरी पहुंची। कमिश्नरी में विश्व हिंदू परिषद के नेता और कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। यहां हनुमान चालीसा का पाठ किया। विहिप नेता कमिश्नर को ज्ञापन देने के लिए अड़ गए। संगठन के पदाधिकारी बोले ज्ञापन केवल कमिश्नर मैडम को ही दिया जायेगा। इसे लेकर काफी देर तक नारेबाजी हुई। उस दौरान कार्यालय में कमिश्नर मौजूद नही थी। जिससे सभी कार्यकर्ता कार्यालय के सामने बैठ गए थे। बाद में उन्होंने अपर आयुक्त प्रीति जायसवाल को ज्ञापन सौंपा है। राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि सरकारी नियंत्रण से सभी मंदिरों धर्मशालाओ और आश्रमों को मुक्त किया जाए। इसके अलावा पिछले दिनों आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में अशुद्ध प्रसाद वितरित किए जाने के मामले की जांच सीबीआई से करने के बाद इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। इस अवसर पर संगठन के जिला अध्यक्ष संजय भदोरिया, पीलीभीत के जिला अध्यक्ष कृष्णा गंगवार, सौरभ चौहान, विनय प्रताप सिंह, नीरज कोचर, हिमांशु राठौर, अवनीश शर्मा, शुभम, हरिओम, अरविंद शर्मा, राजेश बाबू, अजय सक्सेना आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव