नबाबगंज, बरेली। तालाब का पट्टा कराने के नाम पर रिश्वत लेने वाले लेखपाल का रिश्वत के रुपये लेने का वीडियो वायरल होने के बाद लेखपाल की मुश्किलें बढ़ना शुरू हो गई है। मामला समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बाद जहां तहसीलदार ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं लेखपाल ने किसान को रिश्वत के रुपये में से 35 हजार रुपये वापस कर दिए हैं जबकि उसने शेष बचे सात हजार रुपये सोमवार को लौटाने की बात लिखकर दी है। थाना हाफिजगंज के गांव सोरहा निवासी दलित किसान जगदीश का आरोप था कि माह जून वर्ष 2024 में उनके गांव में तालाब के पट्टे हो रहे थे। इसी दौरान क्षेत्रीय लेखपाल ने कुछ लोगों के माध्यम से गांव में सूचना करायी कि जिसे पट्टा कराना हो वो 60 हजार रुपये देकर अपने नाम पट्टा करा सकता है। जिस पर लेखपाल को रिश्वत के रुपये दे दिए। इसी दौरान उसने रिश्वत के रुपये लेने का वीडियो भी बना लिया। कई माह बीत जाने के बाद भी जब उसे तालाब का पट्टा आवंटित नहीं हुआ तो उसने अपने रुपये वापस मांगे, लेकिन लेखपाल टालमटोल करने लगा। जिससे परेशान किसान ने एसडीएम और डीएम को शिकायती पत्र भेज कार्रवाई की मांग की थी। साथ ही उसने उसका रिश्वत लेते हुए वीडियो भी वायरल कर दिया था। मामला समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बाद तहसीलदार दुष्यंत प्रताप सिंह ने नायब तहसीलदार शिवा वर्मा को मामले की जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। वहीं शनिवार को लेखपाल ने किसान को रिश्वत के 35 हजार रुपये वापस कर दिए हैं जबकि बचे हुए सात हजार रुपये उसे सोमवार तक वापस करने की बात लिखकर दी है।।
बरेली से कपिल यादव