बरेली। डीबीटी फीडिंग के नाम पर परिषदीय शिक्षकों के उत्पीड़न का यूनाईटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) ने विरोध किया है। जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि पंजीकृत छात्रों के अभिभावकों के खाते में ड्रेस, जूता-मोजा और स्वेटर की धनराशि भेजी जानी है। इसके लिए शिक्षकों पर अभिभावकों का डाटा फीड करने का दबाव बनाया जा रहा है जबकि अभी तक विभाग ने डीबीटी एप को सही से अपडेट नहीं किया है। जब विभाग खुद एक हफ्ते में एप उपलब्ध नहीं करा पाया है तो शिक्षक दो दिन में डाटा कैसे फीड कर देंगे। विभाग ने हर ब्लॉक में तकनीकी क्षेत्र के एक्सपर्ट नियुक्त किए हैं। उनसे काम न कराकर बेवजह शिक्षकों का मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। यूटा जिलाध्यक्ष ने खुले शब्दों में कहा कि अगर शिक्षकों का मानसिक उत्पीड़न बंद नहीं किया गया और किसी शिक्षक के साथ कोई अनहोनी होती है तो यूटा संबंधित के खिलाफ मुकद्दमा लिखायेगा। उपाध्यक्ष सतेंद्रपाल सिंह ने कहा कि यह सारा काम शिक्षकों से न कराकर ब्लॉक पर तैनात कम्प्यूटर ऑपरेटर से कराया जाए।।
बरेली से कपिल यादव