बरेली। मंगलवार को डीएम रविन्द्र कुमार अचानक क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पहुंचे और वहां की व्यवस्थाओं को चेक किया। इसके बाद डीएम विकास भवन पहुंचे जहां जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। कार्यालय मे टूटी प्लास्टिक की कुर्सियां रखी देख डीएम भड़क गए। रिकॉर्ड का रखरखाव भी ठीक नही मिला। इतना ही नही 0-5 साल के बच्चों के आधार बनाने की प्रगति भी खराब मिली। डीएम ने डीपीओ मनोज कुमार को स्थिति सुधारने की नसीहत दी। डीएम ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत पांच साल तक के बच्चों के आधार कार्ड बनाने की जांच की। कार्यालय मे संबंधित बाबू से कंप्यूटर पर प्रगति को देखा। बार-बार हिदायत देने के बाद भी आधार बनाने की प्रगति धीमी मिली। डीएम ने डीपीओ को आधार बनाने की रोजाना मॉनीटरिंग करने को कहा। कर्मचारियों की उपस्थिति चेक की गई। हालांकि सभी कर्मचारी ऑफिस में मौजूद मिले। आईजीआरएस पर दर्ज होने वाली शिकायतों का गुणवत्ता के साथ तय समय में निस्तारण करने के निर्देश मिले। आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण की प्रगति की जांच भी की। डीएम रविन्द्र कुमार ने सबसे पहले राजेंद्रनगर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान औद्योगिक संस्थानों से लिए गए नमूनों की जांच की प्रगति के बारे मे जानकारी ली गयी। डीएम ने प्रदूषण से संबंधित प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की प्रगति के बारे मे भी विस्तार से जानकारी ली गयी। प्रदूषण विभाग के लिम्स पोर्टल पर लंबित प्रकरणों की भी जानकारी लेकर उनके निस्तारण के संबध मे आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। डीएम रविन्द्र कुमार ने निरीक्षण के दौरान कार्यालय की साफ सफाई के निर्देश दिए।।
बरेली से कपिल यादव