मीरगंज, बरेली। मीरगंज क्षेत्र की डीसीएम शुगर मिल कोरोना वायरस को मात देने में जुट गई है। चीनी मिल ने कोरोना संक्रमितों की ऑक्सीजन नापने को 80 गांवों में पल्स ऑक्सीमीटर वितरण किए हैं। चीनी मिल गन्ना किसानों की कोरोना की जांच प्राइवेट लैव में करायेगी। जांच का आधी धनराशि चीनी मिल वहन करेगी। मिल तीन दिन में बुखार न खत्म होने वाले किसानों को मैसेज भेज रही है। गन्ना किसानों की जिंदगी बचाने को डीएसएम शुगर मिल कोरोना का मात देने को जुट गई है। चीनी मिल न गन्ना विभाग के 12 फील्ड अधिकारी व 42 गन्ना सुपरवाइजरों को मैदान में उतार दिया है। चीनी मिल ने दिल्ली से 80 पल्स ऑक्सीमीटर मंगा कर गांवों में प्रधानों को बांट रही है। शनिवार को सिंधौली की प्रधान सुनीता कश्यप, बलूपुरा के प्रधान, दिवना के प्रधान सुदेश सिंह एवं मिर्जापुर के प्रधान छोटे लाल को पल्स ऑक्सीमीटर मिल अधिकारियों ने दिए। मिल बुखार खांसी से पीड़ित गन्ना किसानों की कोरोना की जांच प्राइवेट अस्पताल में करा रही है। जांच की धनराशि में आधी राशि चीनी मिल और आधी किसान वहन करेंगे। चीनी मिल इसको गन्ना किसानों को मैसेज भेज रही है। जिसमें तीन दिन में बुखार खत्म न होने पर मिल में सूचना देने की अपील की गई है। किसान की कॉल आने पर संबंधित मिल अधिकारी चिकित्सक से बात करेंगे। चिकित्सकों की सलाह के बाद लैव का कर्मचारी पीड़ित किसान के घर जाकर जांच को सैंपल लेगा।।
बरेली से कपिल यादव