बरेली। बुधवार को विकास भवन के सभागार मे आयोजित किसान दिवस मे बकाया गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर किसान गरजे। डीएम से कहा कि पिछले माह आपकी ओर से शेड्यूल लेने के बावजूद इसके हिसाब से भुगतान नहीं मिला है। आदेश की अवहेलना होने से नाराज डीएम रविंद्र कुमार ने बहेड़ी चीनी मिल के जीएम (केन) सुभाष सिंह को माह के अंत तक हर हाल में 40 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों के खाते में भेजने के लिए कहा। ऐसा न होने पर एफआईआर दर्ज कराने और जेल भिजवाने की चेतावनी दी। किसानों ने अफसरों के सामने यह समस्या रखी। इसके साथ गन्ने का भुगतान न होने और खाद की कालाबाजारी के मुद्दे पर भी गुस्सा जताया। गांवों में छुट्टा पशुओं के फसलों को नष्ट करने की समस्या तो खत्म नहीं हो पाई, अब बंदरों ने भी किसानों को परेशान करना शुरू कर दिया है। किसानों ने कहा कि चीनी मिल की ओर से धीमी गति से भुगतान हो रहा है। इस माह दिवाली भी है। भुगतान न मिलने से वह लोग न तो त्योहार के लिए खरीदारी कर पा रहे हैं और न ही रबी फसलों की बोआई के लिए तैयारी। पिछले दो माह से लगातार किसान दिवस में मुद्दा उठता है, हर बार आश्वासन की घुट्टी देकर टरका दिया जाता है। किसान जसवीर सिंह ने डीएम को पिछली बैठक में शेड्यूल मांगने वाली बात याद दिलाई। कहा कि आपके कहने के बाद भी 40 करोड़ रुपये का भुगतान इस माह नहीं हुआ। इस पर डीएम ने अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। इसके बाद बहेड़ी चीनी मिल के अधिकारियों ने अक्तूबर व नवंबर में 40-40 करोड़ व शेष भुगतान 20 दिसंबर तक करने का आश्वासन दिया। नवाबगंज चीनी मिल की ओर से इसी माह बकाया खत्म करने की बात कही गई। बैठक में खाद, छुट्टा पशु, चकबंदी, किसान सम्मान निधि और गांव-गांव पाइप लाइन बिछाने के काम में हावी अव्यवस्थाओं समेत अन्य मुद्दे भी किसानों ने उठाए। बहेड़ी ब्लॉक के गौटिया संतोष निवासी किसान धनीराम ने कहा कि उनके घर के सामने ही गोशाला है। रात के समय यहां से पशु छोड़ दिए जाते हैं। खेतों में जाकर यह पशु फसल बर्बाद करते हैं। इस पर डीएम रविंद्र कुमार ने कहा कि संबंधित विभाग इसकी जांच कराएं और दोषी पर एफआईआर कराएं।।
बरेली से कपिल यादव