बरेली। यूपी सरकार के बेसिक शिक्षा के एक हजार से अधिक शिक्षक शिक्षिकाएं सड़कों पर उतर आए। दोपहर तीन बजे स्कूल में शिक्षण कार्य के बाद बरेली मे गुरुवार को दामोदर स्वरूप पार्क में प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले बैठक हुई। जिसमें संयुक्त शिक्षक मोर्चा ने जिला अध्यक्ष नरेश गंगवार के नेतृत्व में जनपद के विभिन्न शैक्षिक संगठनों ने संयुक्त रूप से एकत्रित होकर ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में प्रदर्शन कर पैदल मार्च निकाला। विद्यालयों में डिजिटल उपस्थिति दर्ज कराए जाने के आदेश से शिक्षकों में भारी गुस्सा है। शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम डीएम कार्यालय में सिटी मजिस्ट्रेट को कलेक्ट्रेट गेट पर ज्ञापन सौंपा। शिक्षा विभाग 15 जुलाई की अपेक्षा 8 जुलाई को आनन फानन में दमनकारी तरीके से ऑनलाइन उपस्थिति का आदेश लागू कर दिया। इसके विरोध में गुरुवार को संगठन ने प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने अन्य विभागों की की तरह आकस्मिक अवकाश की श्रेणी में बेसिक शिक्षकों को भी 15 सीएल 15 हाफ डे लीव 30 ईएल अवकाश प्रदान किया जाए। दूसरा शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा बिना प्रीमियम दिया जाए। साथ ही ससमय स्थानांतरण और पदोन्नति किया जाए। परिषदीय विद्यालय में वेतन विसंगति समस्या का निराकरण के साथ-साथ प्रत्येक विद्यालय में लिपिक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को नियुक्त किया जाए। अनुदेशकों की मानदेय बढ़ाई जाए। जिले के अंदर स्थानांतरण शीघ्र प्रभावी किया जाए। शिक्षामित्र को नियमित किया जाए और जो शिक्षामित्र इंटर पास हैं उनका वेतन 30 हजार किया जाए और जब तक प्रमोशन न हो इंचार्ज अध्यापकों को प्रधानाध्यापक का वेतनमान दिया जाए। साथ ही शिक्षकों की पदोन्नति शीघ्र की जाए। इस मौके पर मंत्री केसी पटेल, महिला शिक्षक संघ अध्यक्ष राजेश कुमारी, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ अध्यक्ष प्रियंका शुक्ला, यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन यूटा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, टेट मोर्चा से अरविंद चौहान, अटेवा से रूप किशोर गंगवार, अनुज वीर गंगवार, यूटा से हरीश बाबू, हेमंत कुमार, सत्येंद्र पाल सिंह, अंकित राज, टीएससीटी से अनुजवीर गंगवार, एससी एसटी जिलाध्यक्ष शांति स्वरूप, देवेंद्र पाल सिंह, प्रेमपाल शिखा अग्रवाल, शिक्षामित्र संघ से कुमुद केशव पांडेय, मनोज गंगवार, परीक्षित गंगवार, प्रसून गंगवार, राजेश कुमार, कोमल और अन्य रही।।
बरेली से कपिल यादव