बरेली- बेसिक शिक्षा विभाग में नौनिहालों के लिए ठंड से बचाने हेतु निशुल्क स्वेटर उपलब्ध कराए जाने के लिए बजट जारी किया गया था। इस बार व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए विद्यालय प्रबंध समिति के द्वारा ना बटवाकर स्वयं विभागीय स्तर से बटवाने का निर्णय शासन द्वारा लिया गया।
विभागीय स्तर पर चल रही इस प्रक्रिया में विभाग पूरी तरह फेल नजर आ रहा है। अभी तक प्राइमरी के कक्षा 1से 5 तक के बच्चों को ही पूरी तरह से स्वेटर नहीं मिल पाए हैं जूनियर(6-8) के किसी भी विद्यालय में अभी तक स्वेटर नहीं पहुंचे हैं।
आधे-अधूरे संख्या में मानक से विरत बिल्कुल थर्ड क्लास स्वेटर विभाग ने बटवाने शुरू किए जिसमें अधिकांश स्वेटर पहनने के बाद ही उधड़ने शुरू हो गए हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग की ऐसी छीछालेदर इससे पहले कभी नहीं देखी गई ड्रेस हो चाहे स्वेटर हों हमेशा शिक्षकों के ऊपर विभागीय अधिकारियों की टेढ़ी नजर रही है। अब तक अधिकांश विद्यालयों के शिक्षक ही गुणवत्तापूर्ण स्वेटर वितरण कराते थे। पिछ्ले वर्षों में बांटे गए स्वेटर आज भी बच्चे पहन रहे हैं।
एक ओर जहां पुस्तकालय एवं खेलकूद सामग्री क्रय करने तथा कंपोजिट स्कूल ग्रांट को लेकर अधिकारी बार-बार हाय तौबा मचाए हैं वहीं वितरण के एक महीना बाद ही फटे जूते-मोजे व स्वेटर में हुई इस अनियमितता को लेकर कोई सुनवाई करने वाला नहीं है।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट