जौनपुर- त्रिलोचन महादेव रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से कटकर करीब 20 बेसहारा पशुओं की मौत हो गयी और केबिल कटने से सिग्नल भी खराब हो गया। सिगनल खराब होने की वजह से ट्रेनों को क्लेम्पिंग और मेमो के सहारे संचालित किया जा रहा है। यह घटना बुधवार की रात करीब 11 बजे वाराणसी-जफराबाद रेल प्रखंड पर त्रिलोचन महादेव रेलवे स्टेशन के पास हुई है। ट्रेन और उसके इंजन में तमाम पशुओं का शव फंस गया था, यह तो संजोग अच्छा था कि ट्रेन पलटने से बच गयी अन्यथा बड़ा रेल हादसा हो सकता था। वहीं रात में ही घटना की जानकारी होते ही रेलवे और पुलिस विभाग मे खलबली मच गयी। 26 एसी (डिंगुरपुर रेलवे क्रासिंग) के गेट मैन बीपेश कुमार ने बताया कि रात को सवा 10 बजे बरौनी से गोंदिया जा रही एक्सप्रेस ट्रेन (15231) इस फाटक से गुजरी और करीब 150 मीटर की दूरी पर त्रिलोचन महादेव रेलवे स्टेशन के नजदीक मवेशियों के बड़े झुंड से टकरा गयी। हादसे के बाद ट्रेन वहां खड़ी हो गयी। अनुमान है कि किसी ने मवेशियों को जुटाया और यहां लाकर घेराबंदी कर सभी बेसहारा पशुओं को रेलवे ट्रैक पर हांक दिया जिसकी चपेट में आकर करीब 20 से अधिक मवेशियों की मौत हो गयी। आज सुबह रेलवे लाईन के आसपास बुरी तरह जख्मी कुछ मवेशी पड़े हुए थे। इतनी बड़ी घटना के बाद भी कोई पशु चिकित्सक सुबह तक घटनास्थल पर नहीं पहुंचा।
मवेशियों का शव ट्रेन के इंजन मे बुरी तरह फंस गया।जिसे निकालने में करीब 45 मिनट लगा तब ट्रेन आगे वाराणसी की तरफ रवाना हुई। सूचना पाकर जीआरपी का क्षेत्र होने के बावजूद रात को ही सीओ केराकत और इंस्पेक्टर जलालपुर विनय प्रकाश सिंह मय फोर्स मौका स्थल पर पहुंच गये। एक जेसीबी बुलवाकर मवेशियों के शव को रेलवे लाईन के आसपास दफनवाना शुरू किया। यह काम सुबह करीब आठ बजे तक चला। इसके बाबजूद मवेशियों के शवों के छोटे-छोटे टुकड़े रेलवे लाईन के आसपास विखरे हुए थे। इस स्थान से करीब दो किमी दूर लहंगपुर गांव में सरकारी अस्थाई गौशाला भी है। लोग गौशाला में रखने के मकसद से बड़ी संख्या में बेसहारा पशुओं को इधर हांक देते है जो हाईवे और इधर-उधर घूमते रहते हैं। रेलवे लाईन को क्लेम्पिगं कर ठीक करने का कार्य एसएस गणेश सिंह अपने सहयोगी के साथ कर रहे थे। ताकि रेलवे ट्रैक फैलने न पाये। स्टेशन मास्टर त्रिलोचन महादेव सतीश कुमार ने बताया कि मवेशियों के शवों को दफन करते समय जेसीबी ने सिग्नल केबल को काट दिया। जिसकी वजह से सिग्नल गिरना और उठना बंद हो गया है। ट्रेन को दक्षिण मे रेलवे स्टेशन और उत्तर में मेमों देकर चलवाया जा रहा है। दोनों तरफ भी ट्रेनें करीब 15 मिनट तक मेमो लेने के लिए रुक रही हैं। सुबह पहली बार वाराणसी की तरफ जा रही जनता एक्सप्रेस ट्रेन तथा दूसरी तरफ जफराबाद की तरफ जा रही किसान एक्सप्रेस ट्रेन को मेमो के लिए रोका गया था। यही क्रम दोपहर तक जारी रहा।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय