मध्यप्रदेश/तेंदूखेड़ा/दमोह- मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों से टाट-पट्टी को हटाने के लिये सरकार न सिर्फ मन बना लिया है। बल्कि बच्चों के भोजन व्यावस्था को बेहतर बनाने की पहल भी शुरू हो गई है। जिसके अंतर्गत स्कूलों में डाइनिंग टेबल में बैठ कर बच्चे भोजन करेंगे। तेंदूखेड़ा जनपद शिक्षा केंद्र के अंतर्गत 63 पंचायतों के 216 स्कूलों में अभी केवल प्रथम किस्त में 96 स्कूलों में डाइनिंग हॉल तैयार कराए जाने की प्रशासनिक स्वीकृति हो गई है जिसके बाद इक्का-दक्का स्कूलों में डाइनिंग टेबल तैयार कर लिए गए हैं। इस भोजन व्यवस्था मैं सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि जिन एकीकृत शालाओ में छात्र-छात्राओं की संख्या 200 के लगभग है वहां एक हाल मैं यह व्यवस्था कैसे सार्थक हो सकेगी क्योंकि एक बार बे लगभग 30 बच्चे ही भोजन कर सकते हैं और बारी बारी से भोजन करने में पूरा दिन ही व्यतीत हो जाएगा
सभी सरकारी स्कूलों में डाइनिंग व्यावस्था बनाई जायेगी तथा टाट-पट्टी व्यावस्था को समाप्त किया जायेगा। जिससे वहां पढ़ने वाले बच्चों को भोजन जमीन पर बैठकर न खाना पड़े इसलिए डाइनिंग टेबल का निर्माण कराया जा रहा ।डायनिंग हॉल मे अब यह बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ भोजन करने के तरीके को भी सीखेंगे। पहले स्कूलों में बच्चे थाली में भोजन लेकर खुले में जमीन पर बैठकर खाना खाते थे
एस्टीमेट के अनुसार–/
डायनिंग हॉल हाल बनाने में अनुमानित लागत – 15881 रूपये , कक्ष का क्षेत्रफल -215 वर्गफुट , कक्ष में कुल टेबल की संख्या -08 , कक्ष में बैठक व्यवस्था -24 छात्र ( समान्य परिस्थिति में ) , कक्ष के प्रवेश द्वार पर हाथ धोने की व्यवस्था , टेबल का साईज 4 फुट 4 इंच , चौड़ाई 1 फुट 2 इंच एवं बेन्च का साईज 4 फुट 4 इंच चौड़ाई 1 फुट 2 इंच रहेगी पत्थर की मोटाई -2.5 इंच रहेगी मध्य प्रदेश के अधिकाश जिलो में पत्थर उपलब्ध है ।
मार्बल पत्थर लगा रही पंचायते–
स्कूलों में डायनिंग हॉल बनाने के लिए ग्राम पंचायतें मार्बल पत्थर का उपयोग कर रही हैं ताकि बच्चों को एक बोतल बेंच एवं टेबल उपलब्ध रहे साथ ही मार्बल लगाने से किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न ना हो नगर में मार्बल पत्थर की बिक्री ने भी जोर पकड़ लिया है
—–इस संबंध में मनरेगा के सहायक यंत्री ने कहा कि
बच्चों को साफ सुथरा स्टेज देने के लिए शासन द्वारा की गई है व्यवस्था–
इस संबंध में मनरेगा के सहायक यंत्री केपी पटेल ने बताया कि डाइनिंग व्यवस्था के लिए 96 स्कूल स्वीकृत हुए हैं 16हजार की लागत से यह डायनिंग हॉल बनाए जाएंगे जिसमें प्राइमरी एवं मिडिल स्तर के बच्चे मध्यान भोजन बैठ कर सकेंगे उनको साफ सुथरा स्टेज देने के लिए यह व्यवस्था शासन द्वारा की जा गई है भोजन के बाद बच्चे वही पढ़ भी सकते हैं जिसमें पेंचे एवं टेबले बनाई जा रही है एक रूम की व्यवस्था अभी की जा रही है जिसमें बारी-बारी से बच्चे भोजन करेंगे जहां एक शाला एक परिसर है वहां केवल एक जगह व्यवस्था की जाएगी और जहां प्राइमरी एवं मिडिल स्कूलों की दूरी मै काफी अंतर है वहां अलग-अलग स्कूलों में व्यवस्था की जाएगी अभी जनपद के अंतर्गत 216 स्कूलों में एमडीएम चल रहा है 96 स्कूलों मैं डायनिंग हॉल बनाने स्वीकृति हो चुकी है।
– विशाल रजक, तेंदूखेड़ा