बरेली। भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन त्योहार पर बरेली केंद्रीय कारागार मे बहनों की लंबी कतार देखने को मिली। बहनें सुबह से ही केंद्रीय कारागार के द्वार पर पहुंच गई। बहनें बरेली केंद्रीय कारागार में बंद भाईयों की कलाई सुनी न रह जाए इसलिए अपने-अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए पहुंची थी। घंटों इंतजार करने के बाद बहनों को भाईयों की कलाई पर राखी बांधने को मिली। केंद्रीय कारागार के मुख्य द्वार पर बहनों को लाइन में खड़ा किया गया था। उसके बाद उन्हें अंदर भेज कर भाई की कलाई पर राखी बांधने का समय दिया जा रहा था। बहनों ने भाई की कलाई पर राखी बांधकर मिठाई खिलाई और लंबी उम्र का आशीर्वाद दिया। इस पल को देख वहां मौजूद बहनें, भाई और महिला जवानों की आंखें नम हो गई। भरे मन से बहनों ने भाई को आशीर्वाद दिया। कलाई पर राखी बांधने के बाद उदास होकर बहनें बरेली केंद्रीय कारागार से लौट रही थी। कारागार में बंद बंदियों की भी आंखें नम हो गई। वह अपनी व्यथा, वेदना को अपने ही हृदय में दफन कर बहनों को आशीर्वाद देकर बैरक में वापस लौट रहे थे। कारागार प्रशासन पहले से ही जानता है कि रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने आएंगी, इसलिए तैयारी की गई थी। बहनें सुबह होने पर पहुंच कर कतार में लग गई थीं। बारी-बारी से सभी ने अपने भाइयों को राखी बांधी।।
बरेली से कपिल यादव