लखनऊ। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 का रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश में कॉपियों का मूल्यांकन लगभग पूरा हो गया है, जून के आखिरी सप्ताह में बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जारी होगा। यूपी बोर्ड इस बार हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में 51,30481 परीक्षार्थियों का रिजल्ट जारी करेगा। यूपी बोर्ड की परीक्षा 18 फरवरी को प्रारंभ होकर छह मार्च तक चली थी।
यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट जून के आखिरी सप्ताह में घोषित कर दिया जाएगा। वर्ष 2020 की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा में 56,11072 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे।.
इसमें हाईस्कूल के 3024632 व इंटरमीडिएट के 2586440 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए। अबकी हाईस्कूल में पंजीकृत परीक्षार्थियों में 1662334 बालक व 1362298 बालिकाएं शामिल हुई हैं, जबकि इंटरमीडिएट में पंजीकृत परीक्षार्थियों में 1464604 बालक व 1121836 बालिकाएं हैं। परीक्षा में 4,80,591 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इसमें हाईस्कूल के 2,79,656 तथा इंटरमीडिएट में 2,00,935 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा नहीं दी।
डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन 16 मार्च से शुरू हुआ, लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण 18 मार्च से मूल्यांकन स्थगित कर दिया गया। डॉ. शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के मद्देनजर प्रदेश में बनाए गए ग्रीन जोन के जिलों में पांच मई, ऑरेंज जोन के जिलों में 12 मई तथा रेड जोन वाले जिलों में 19 मई से कापियों का मूल्यांकन पुन: प्रारंभ कराया गया। पंजीकृत परीक्षार्थियों के सापेक्ष हाईस्कूल की 1,80,19,863 व इंटर की 1,29,41,714 कापियों का मूल्यांकन करना था। इसके लिए हाईस्कूल में 92,570 तथा इंटरमीडिएट 54,185 परीक्षकों की नियुक्ति की गई। प्रदेशभर में 281 मूल्यांकन केंद्र निर्धारित किये गए थे।
डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि वर्ष यूपी बोर्ड 2020 की परीक्षाओं में निर्धारित 7784 परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण/पर्यवेक्षण पहली बार जिलास्तर पर स्थापित कंट्रोलरूम से तथा राज्य स्तर पर शिक्षा निदेशालय, लखनऊ में स्थापित कंट्रोलरूम से वेबकास्टिंग के माध्यम से किया गया। इससे परीक्षायें पूर्णतया नकलविहीन हुईं।