बरेली। ईद मिलादुन्नबी का जश्न बरेली में रविवार और सोमवार को मनाया जायेगा। इसकी तैयारियां पूरी हो गई है। घर, बाजार, गलियों को रोशन कर दिया गया है। वही जुलूस में शामिल होने वाली अंजुमन भी अपने अपने स्तर से तैयारियां कर रही हैं। पुराना शहर से अंजुमन इत्तेहाद-ए-मुस्लिमीन और मुख्य जुलूस सोमवार को कोहाडापीर से अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल के नेतृत्व मे निकलेगा। सभी अंजुमन को हिदायत दी गई है कि परंपरागत रास्तों से ही जुलूस में शामिल हो। जुलूस-ए-मोहम्मदी में डीजे लाने वाली अंजुमनों को आयोजक कमेटी खुद्दाम-ए-रसूल की तरफ सख्त हिदायत दी गई है। कहा कि जुलूस मे अगर कोई अंजुमन डीजे लाई तो वो खुद इसकी जिम्मेदार होगी। साथ ही कहा गया कि जुलूस को अपने परंपरागत रास्तों से ही निकालें। दरगाह आला हजरत से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि कोहाड़ापीर से निकलने वाले जुलूस की कयादत दरगाह आला प्रमुख मौलाना सुब्हानी मियां करेंगे। सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां व अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल के सदर सय्यद आसिफ मियां की निगरानी में शुरू होगा। अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल के सचिव शान अहमद रजा और सदर सय्यद आसिफ मियां ने जुलूस मे शामिल होने वाली सभी अंजुमन से अपील की है कि वे परंपरागत रास्तों से ही मुख्य जुलूस में शामिल हों। किसी भी हाल में नये रास्तों पर न जाएं। कोई भी अंजुमन डीजे लाती है या नई परंपरा डालती है तो उसकी जिम्मेदारी अंजुमन स्वयं होगी।।
बरेली से कपिल यादव