जीवन मे क्या ज्यादा जरूरी प्यार या जिम्मेदारियां थिएटर फेस्ट के 9 वें दिन सिखा गया नाटक जहर का मंचन

बरेली। रंगालय एकडेमी ऑफ आर्ट एंड कल्चर सोसाइटी ने 15 दिवसीय थिएटर फेस्ट के 9 वें दिन नाट्य वस्तु सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था कानपुर ने पंकज सोनी द्वारा लिखित एवं प्रवीण अरोरा निर्देशित नाटक ‘ज़हर’ का मंचन किया।

नाटक ज़हर प्रेम विवाह करने वाले युगल के जीवन मे आने वाली जटिलताओं को दिखाता है। कि किस प्रकार एक व्यक्ति जीवन मे मुकाम हासिल करने को संघर्ष करता है और जीवन की दुश्वारियों में फंसकर, हालातो से मजबूर होकर अपनी ही पत्नी की हत्या करने को राजी हो जाता है। व्यक्ति इंटरनेट पर ज़हर बंनाने वाले केमिस्ट का पता ढूंढ लेता है। जब वो केमिस्ट से विशेष प्रकार के ज़हर की मांग करता है तो बातो बातो मे अनुभवी केमिस्ट सब समझ जाता है। केमिस्ट उस आदमी से ज़हर खरीदने का कारण पूछता है तो वो आदमी बहाने बनाने लगता है। यही से नाटक मनोरंजक परिस्थितियों के साथ उस आदमी के हत्या करने के इरादे को बदल देता है। नाटक ये संदेश सम्प्रेषित करने मे सफल रहता है कि इंसान का आत्मबल हमेशा हालातो को पराजित करने में सक्षम होता है। नाटक मंचन में प्रवीण कुमार अरोड़ा, महेंद्र धूरिया ने मुख्य भूमिका अदा की। शुभी मेहरोत्रा, गुरजीत सिंह रंधावा, कृष्णा चौधरी का विशेष सहयोग रहा।

लोक खुशहाली चैरिटबल ट्रस्ट सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ धर्मेन्द्र गुप्ता और डॉ. विनोद पागरानी ने दीप प्रज्वलित कर किया।

थिएटर फेस्ट का संयोजन शैलेन्द्र आज़ाद ने किया। कार्यक्रम मे शालिनी गुप्ता, शुभी, अजय गौतम, सुशील, मोहित, सचिन श्याम भारतीय, महेंद्र पाल राही का विशेष सहयोग रहा।

कल शाम 7.30 बजे युवा रंगमंच थिएटर ग्रुप दिल्ली नाटक “एक था डॉक्टर” का मंचन लोक ख़ुशहाली सभागार पर करेगा।

– बरेली से सचिन श्याम भारतीय

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