बरेली। जंक्शन बरेली पर जीआरपी थाने मे विदाई पार्टी मे पिस्टल लोड-अनलोड करने के खेल मे गोली चलने से इंस्पेक्टर और सिपाही घायल हो गए। दो दिन तक पुलिसकर्मी इस मामले को दबाए रहे। हवालात मे बैठाए गए आरोपियों ने गुरुवार को इसका खुलासा किया तो अधिकारियों ने आनन-फानन इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इसके बावजूद महकमा विदाई पार्टी की बात हजम कर गया। स्कॉर्ट ड्यूटी बदलने के दौरान गोली चलने की बात कही जा रही है। घटना की जांच सीओ को सौंपी गई है। प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना मंगलवार रात करीब नौ बजे की है। हाल मे ही थाने का पूरा स्टॉफ बदला है। चार-पांच लोगों की फेरवेल पार्टी रखी गई। इस दौरान कुछ कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई। जिसमें पिस्टल दी गई। सिपाही ने अपनी डयूटी का विरोध किया। आरोप तभी इंस्पेक्टर ने उसके हाथ से पिस्टल छीनी। इंस्पेक्टर ने पिस्टल को अनलोड किया तभी उसमें से एक गोली चल गई। गोली दीवार मे लगते हुए सिपाही छोटू कुमार सिंह की कनपटी को रगड़ते हुए निकल गई। वही सिपाही मोनू खड़े थे। उसने दूसरी पिस्टल उठाकर लोड अनलोड की। उसमें से भी एक गोली चल गई। गोली दीवार मे लगकर इंस्पेक्टर परवेज अली की नाक पर लगी। दोनों राउंड फायरिंग से थाने मे खलबली मच गई। आरपीएफ से कुछ लोग दौड़कर पहुंचे। घायलों को कार से एक निजी अस्पताल पहुंचाया। गहरा घाव न होने के चलते उपचार के बाद दोनों को घर भेज दिया। घटना को पूरी रात और दूसरे दिन भी अधिकारियों को नही बताई। बल्कि बाइक फिसलने से इंस्पेक्टर और सिपाही को चोट लगना बताया। दो दिन पहले जीआरपी थाने मे हुए गोलीकांड की खबर कानोकान किसी को नही लगी। पुलिसकर्मियों ने पूरा मामला दबा लिया लेकिन मामला ज्यादा दिनों तक नही छुप सका। थाने के अंदर जब गोलीकांड हुआ तो समय हवालात मे तीन मुल्जिम भी बैठे थे। गोलीकांड के बाद पुलिसकर्मियों ने तीनों को भगा दिया। जैसे ही मुल्जिम थाने से बाहर आए तो उन्होंने थाने के अंदर घटी घटना के बारे मे सबकुछ बता दिया। मामला एसपी जीआरपी लखनऊ रोहित मिश्रा के संज्ञान मे आया। उन्होंने सीओ जीआरपी अनिल वर्मा को बरेली भेजा। सीओ की आख्या पर अनुशासनहीनता और लापरवाही मानते हुए इंस्पेक्टर परवेज अली, सिपाही छोटू कुमार सिंह, मनोज और मोनू को सस्पेंड कर दिया।।
बरेली से कपिल यादव