बठिंडा/पंजाब- बठिंडा कें ज्वाला मंदिर अजीत रोड में शिवपुराण महाकथा का कार्यक्रम चल रहा है जिसमें कथावाचक स्वामी सचिदाननद शास्त्री ने कहा कि जिन आंखों ने प्रभु के दर्शन नहीं किए वह आंखें बेकार है जिस दिल में प्रभु का नाम नहीं वह पत्थर के समान है। जिसने चलकर प्रभु के लिए सच का मार्ग नहीं खोजा वह पैर बेकार है इन हाथों ने सेवा नहीं कई बह हाथ बेकार है क्योंकि परमात्मा ने इंसान को यह अनमोल जीवन परमात्मा के भजन सिमरन के लिए ही दिया है और इंसान है कि वह संसार के भोगों में व्यस्त है इसलिए उन्होंने कहा कि शिवपुराण कथा सुनने से इंसान का जीवन सार्थक होता है और हम सब को यह कथा सुनकर भगवान शिव जी के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए इस मौके पर मंदिर के प्रधान डी के गर्ग ने कहा कि इस कार्यक्रम में दूर-दूर से संगत आ रही है।
– बठिंडा से अश्विनी कुमार के साथ राज कुमार शर्मा की रिपोर्ट