बरेली। जिले मे निजीकरण और विलय के विरोध में बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल कर आयकर भवन के सामने प्रदर्शन किया। हड़ताली कर्मचारियों ने सोमवार को यूनियन बैंक, केनरा बैंक, पीएनबी के रीजनल और जोनल ऑफिस भी बंद करवा दिए। हड़ताल के चलते पहले दिन लगभग 300 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ। जिले के एटीएम भी खाली हो गए है। हड़ताल के कारण निजी बैंकों में भीड़ बढ़ गई। निजीकरण के विरोध में दो दिनी हड़ताल के पहले दिन बीओबी के आंचलिक कार्यालय पर यूनाइटेड फोरम के बैनर तले सुबह साढे दस बजे से प्रदर्शन शुरू हुआ। सुनील मित्तल की अध्यक्षता में हड़ताली कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर गुस्सा निकाला। संयोजक दिनेश सक्सेना ने निजीकरण को धोखा बताया। ट्रेड यूनियन के महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने कहा कि सरकार देश के नवरत्नों को चंद पूंजीपतियों को बेच कर पूंजीवादी व्यवस्था कायम कर रही है। अधिकारी संघ के ओपी बढेरा ने कहा कि देश का मेहनतकश वर्ग निजीकरण के खिलाफ है। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण बैंक अधिकारी संघ के संतोष तिवारी ने कहा कि आज भी जनता सार्वजनिक बैंकों पर ही भरोसा करती है। पीपी सिंह ने कहा, बैंक राष्ट्रीय सम्पत्ति है। इसको बेचना या इनका निजीकरण करना देशद्रोह माना जाना चाहिए। हड़ताल में युवाओं का विशेष जोश दिखाई दिया। कुछ युवा नारे लगाते हुए बाइक रैली के रूप में सभा स्थल तक आये।।
बरेली से कपिल यादव