बरेली। कोरोना वैक्सीन का मंगलवार सुबह छह केंद्रों पर ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) कराया गया। जिला महिला अस्पताल सहित छह केंद्रों पर सुबह ड्राई रन शुरू हुआ और चार बजे तक चला। जिन लोगों को मैसेज भेजे गए थे वे वैक्सीन लगवाने के लिए केंद्र पर पहुंचे। उन्हें प्रतीक्षा कक्ष में बिठाकर आनलाइन रिकार्ड चेक किया गया। वैक्सीन लगने के बाद चक्कर, घबराहट सहित अन्य समस्या होने की जानकारी दी गई। इसके बाद वैक्सीन कक्ष में गए, वहां वैक्सीनेटर ने रिकार्ड चेक करने के बाद सांकेतिक वैक्सीन लगाई। इसके बाद 30 मिनट तक निगरानी कक्ष में रखा गया। सीएमओ डॉ एसके गर्ग ने बताया कि ड्राई रन में जो भी कमी सामने आएगी, उसे पूरा किया जाएगा, जिससे पहले चरण मे स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाते समय कोई समस्या न आए। जिला महिला अस्पताल में मंगलवार की सुबह 10 बजे मॉक ड्रिल शुरू हुआ। एक्सपर्ट की टीम ने तैयारी शुरू की। सीएमओ डॉ एसके गर्ग, सीएमएस अलका शर्मा समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मियों ने वेटिंग रूम वैक्सीनेशन रूम और ऑब्जर्वर रूम का अवलोकन किया। यहां कुर्सियां कुछ नजदीक लगी तो सीएमओ ने दूरी बनाते उन्हें ठीक कराया। ठीक साढे दस बजे वैक्सीनेशन लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण कक्ष में मुस्तैद हो गए। 10:40 बजे स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीनेशन बॉक्स लेकर टीकाकरण कक्ष में पहुंचे। अस्पताल में मॉक ड्रिल के दौरान स्वास्थ्य कर्मी महिला अस्पताल की जनरेटर ऑपरेटर मुम्पी वेटिंग रूम में पहुंची। जहां पुलिसकर्मी को उन्होंने अपना परिचय पत्र दिखाया। जिसके बाद उन्हें वेटिंग रूम में बैठाया गया। 10:53 पर टीकाकरण कक्ष में उन्हें कोविड-19 की पहली वैक्सीन लगाई गई। वैक्सीन लगाने के बाद उन्हें आधा घंटे तक ऑब्जर्वर रूम में चिकित्सक की टीम की निगरानी में रखा गया। उन्होंने बताया कि कोई परेशानी हो तो वह तुरंत चिकित्सक को बताए। अगला टीका कब लगेगा इसके बारे में मोबाइल पर मैसेज भेजकर बताया जाएगा। इसकी बाद बारी-बारी से अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई गई। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
एसआरएमएस मेडिकल कालेज में भी हुआ ड्राई रन
भोजीपुरा स्थित एसआरएमएस मेडिकल कालेज में मंगलवार (पांच दिसंबर) पूर्वाह्न कोविड वैक्सीन का ड्राई रन (माक ड्रिल) आयोजित किया गया। इस दौरान वैक्सीनेशन की पूरी तैयारियां परखीं गई। इस दौरान एसडीएम सदर विशु राजा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। माक ड्रिल के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एसआरएमएस में कार्यरत 50 स्वास्थ्य कर्मियों की लिस्ट भेजी गई। जिसे 25-25 लोगों की दो यूनिट में बांट कर माक ड्रिल के दौरान तैयारियों और अन्य जरूरतों को परखा गया। पूर्व निर्धारित सूची के अनुसार दोनों यूनिटों में आने वाले स्वास्थ्य कर्मियों का सबसे पहले वैरीफिकेशन हुआ। इसे बाद उनकी एंट्री स्वास्थ्य विभाग के एप पर की गई। यह औपचारिकताएं होने के बाद स्वास्थ्यकर्मी को वैक्सीनेशन के लिए भेजा गया। इस दौरान उसे वैक्सीन से संबंधित जरूरी हिदायतें भी दी गई और दूसरी डोज के बारे में भी बताया गया। वैक्सीनेशन के बाद स्वास्थ्यकर्मी को करीब 30 मिनट आब्जर्वेशन रूम में रखा गया। इस दौरान उनमें आ रहे परिवर्तनों और अन्य बदलावों पर नजर रखी गई। यह अवधि खत्म होने पर वैक्सीनेशन के लिए आए स्वास्थ्य कर्मी को पुनः जरूरी हिदायतें दी गईं और उसे घर जाने की अनुमति दे दी गई। ड्राई रन (माक ड्रिल) का आयोजन मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा.आरपी सिंह और कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के डा.अभिनव के निर्देशन में किया गया।
वैक्सीन लगने के बाद तबीयत बिगड़ने का हुआ ड्राई रन
कोविड-19 वैक्सीनेशन के बाद आधे घंटे तक चिकित्सक की निगरानी में व्यक्ति को रखा जाएगा। इस दौरान तबीयत खराब हुई तो कैसे तुरंत स्थिति से निपटना है। इसका भी ड्राई रन हुआ। इस परिस्थिति को समझने के लिए मॉक ड्रिल के दौरान एक स्वास्थ्य कर्मी की वैक्सीन लगाने के बाद तबियत बिगड़ने की भी मॉक ड्रिल की गई। वैक्सीन लगने के बाद स्वास्थ्य कर्मी जमीन पर गिर गई। फौरन ही स्वास्थ्य टीम ने उसे उठाया का इलाज शुरू कर दिया।।
बरेली से कपिल यादव