- मोतिहारी, सुगौली, ढ़ाका, केसरिया, आदापुर सहित अन्य प्रखंडों में दवा छिड़काव प्रारंभ
- 1लाख 95 हजार 4 सौ 75 घरों में होगा दवा का छिड़काव-भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार
- 60 दिनों तक जिले के 26 प्रखंडों में होगा सिंथेटिक पायरोथाइराइड का छिड़काव
मोतिहारी/बिहार- जिले में कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम के तहत कालाजार के मामलों पर नियंत्रण के लिए मोतिहारी, हरसिद्धि, सुगौली, ढ़ाका, केसरिया,आदापुर सहित सभी प्रखंडों में कीटनाशक दवाओं के छिड़काव कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है। वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ शरत चँद्र शर्मा ने बताया कि कालाजार नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 60 दिनों तक जिले के 26 प्रखंडों के कालाजार प्रभावित स्थानों में सिंथेटिक पायरोथाइराइड का छिड़काव किया जाएगा। उन्होंने बताया कि छिड़काव दल कर्मियों के द्वारा छिड़काव के दौरान कालाजार के लक्षण वाले मरीजों की खोज भी की जा रही है। लक्षण वाले मरीज मिलने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर उनकी समुचित जाँच एवं कालाजार की पुष्टि होने पर पूर्ण उपचार भी किया जाएगा, जो पूरी तरह निःशुल्क होगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान से जिले में कालाजार के मामलों में क्रमश: कमी आ रही है । जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. शर्मा ने बताया कि पूर्वी चंपारण को कालाजार से मुक्त करने की दिशा में स्वास्थ्य कर्मी व विभागीय अधिकारी सक्रिय हैं। इसके लिए महादलित बस्तियों एवं झुग्गी-झोपडी में कालाजार से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ सिथेटिक पायरोथाइराइड कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है। कालाजार व उसके वाहक बालू मक्खी को जड़ से समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा समेकित प्रयास किया जा रहा है।
1 लाख 95 हजार 4 सौ 75 घरों में होगा दवा का छिड़काव- भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार
मौके पर भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि 26 प्रखंडों (घोड़ासहन को छोड़कर) के चिह्नित स्थानों पर 56 दलों द्वारा 1लाख 95 हजार 4 सौ 75 घरों, 5 लाख 18 हजार 8 सौ 92 कमरों, 10 लाख12 हजार6 सौ 73 की आबादी में सिंथेटिक पायराथाइराइड का छिड़काव 20 मार्च से शुरू है, जो अगले 60 कार्य दिवस तक चलेगा। उन्होंने बताया कि पहले कीटनाशक दवा का छिड़काव दीवार पर छह फुट तक होता था, अब वह पूरी दिवाल पर होगा। ताकि बालू मक्खी मर जाए। इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
छिड़काव के वक्त इन बातों पर दें ध्यान:
- घर की दीवारों में पड़ी दरारों को भर दें।
- खाने-पीने के सामान, बर्तन, दीवारों पर टंगे कैलेंडर आदि को बाहर कर दें।
- भारी सामानों को कमरे के मध्य भाग में एकत्रित कर उसे ढक दें।
- रसोईघर, गौशाला सहित पूरे घर में दवा का छिड़काव कराएं।
– बिहार से नसीम रब्बानी