जिले के 55 सेंटरों पर कोविड-19 टीकाकरण का फाइनल ड्राई रन रहा सफल

बरेली। जिले में सोमवार को कोरोना टीकाकरण का फाइनल ड्राई रन सफल रहा। स्वास्थ्य विभाग ने इस बार 55 सेंटरों पर 107 सेशन पर फाइनल ड्राई रन किया। सभी सेंटरों के लिए एक-एक अधिकारी को नोडल प्रभारी बनाया गया है। जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन फाइनल ड्राई रन का उद्घाटन एडीएसआईसी डॉक्टर सुबोध शर्मा ने किया। महिला अस्पताल में सीएमएस डॉ अलका शर्मा ने वैक्सीनेशन ड्राई रन का शुभारंभ किया। जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन के लिए 5 सेशन बनाए गए जबकि महिला अस्पताल में 3 सेशन बनाए गए। बांस मंडी स्थित एसआरएम राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में एक सेशन पर वैक्सीनेशन ड्राई रन हुआ। ड्राई रन में इस बार 1605 लोगों को डमी वैक्सीन लगाई गई। सीएमओ डॉ एसके गर्ग ने बताया कि सोमवार की सुबह मीटिंग के बाद सभी टीमों को वैक्सीनेशन सेंटर रवाना किया गया। जिला स्तर पर एक टीम वैक्सीनेशन की मानिटरिंग कर रही है। जहां कमियां सामने आ रही है उन्हें तत्काल सही कराने के निर्देश दिए गए हैं। महिला जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन ड्राई रन में वैक्सीन लगने के बाद युवक की हालत बिगड़ने का भी ड्राई रन हुआ। वैक्सीन लगने के बाद युवक को चक्कर आने लगे। उसकी हालत बिगड़ गई। जिसके बाद उसे स्ट्रेचर से तुरंत एईएफआई रूम में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों की टीम ने उसका उपचार किया। फाइनल ड्राई रन में भी वैक्सीन लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों में जानकारी का अभाव रहा। महिला जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन के दूसरे सेशन में वैक्सीन लगाने वाली महिला स्वास्थ्य कर्मी सीधे हाथ की जगह उल्टे हाथ पर वैक्सीन लगाने लगी। जिसको वहां मौजूद अन्य स्टाफ ने टोक। इसके साथ ही वैक्सीन लगाने के दौरान अन्य खामियां भी सामने आई। वैक्सीनेशन के पहले रूम में पहले से तय स्वास्थ्य कर्मियों को बैठाया गया। जहां उनके नाम पते दर्ज किए गए। वैक्सीन लगने से कम से कम 30 मिनट पहले लाभार्थी पहुंचे। दूसरे कमरे में लाभार्थी का सत्यापन किया जा रहा है। उसके मोबाइल नंबर आये वन टाइम पासवर्ड के जरिए ऑनलाइन वेरीफिकेशन के बाद वैक्सीन लगाई गई। वैक्सीन लगने की बाद लाभार्थी को रिस्पांस रूम में करीब 30 मिनट तक बैठाया जा रहा है। यहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा वैक्सीन लगने के बाद लाभार्थी की सेहत पर नजर रखी गई। उसका बीपी चेक करने के साथ ही कोई रिएक्शन नजर आता है तो तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक एईएफआई रूम उपचार दिया गया।।

बरेली से कपिल यादव

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