झांसी। सामने बेटे की लाश रखी हुई थी और मां लिपट-लिपटकर रो रही थी। कभी वह बेटे की लाश को देखती तो कभी भीड़ को, कि उसका बेटा जिंदा होकर खड़ा हो जाये। यह दिल दहला देने वाला दृश्य है झांसी जिला अस्पताल के हृदय रोग केन्द्र का। जहां इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। जिसे देख मृतक की मां ने पहले डॉक्टर के कक्ष में जाकर हंगामा करते हुए तोड़-फोड़ कर दी। इसके बाद घंटो लाश को रखकर प्रर्दशन करते हुए न्याय की मांग की।
झांसी जिले के प्रेमनगर थानान्तर्गत ईसाइ टोला में रहने वाले मनोज शाक्या की दोनों किडनी फेल हो गई थी। पिछले काफी समय से उसका इलाज चल रहा था। लेकिन उसे आराम नहीं मिल रहा था। झांसी जिला अस्पताल में खुले हृदय रोग केन्द्र में बने पीपीपी मॉडल में वह हफ्ते में तीन बार डायलेसिस कराने आता था। आज भी वह इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा था। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इसकी जानकारी जैसे ही मृतक की मां और अन्य परिजनों को हुई तो वह मौके पर पहुचे। जहां बेटे की लाश देख मां अपना आपा खो बैठी और उसने रोते-बिलखते हुए जमकर हंगामा किया। इसके बाद डॉक्टर के कक्ष में जोकर तोड़फोड़ करते हुए मशीन को फंेकने का प्रयास किया। यह देख पुलिस व अन्य सभी परिजनों ने उसे रोका और कक्ष के बाहर ले आई। जहां मृतक की मां शव से लिपट-लिपटकर घंटो रोती रही। लाश को देख रोते-बिलखते हुए मां कभी अपने बेटे को देखती है तो कभी भीड़ को। वह भगवान से काफी देर तक बिनती करती रही कि वह उठकर खड़ा हो जाये।
मृतक की मां और बहन ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रर्दशन किया। घंटे बाद सीएमएस ने इसकी सुध ली और मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने मामले की जानकारी करते हए आक्रोशित लोगों को शांत कराया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रिपोर्ट: उदय नारायण कुशवाहा (झांसी)