बरेली। सोमवार को जिला अस्पताल मे मरीजों का ओपीडी और दवा काउंटर तक पहुंचना मुश्किल हो गया। सोमवार की सुबह ओपीडी खुली तो साथ ही सड़क निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। ओपीडी तक जाने का मुख्य मार्ग बंद कर दिया और पर्चा काउंटर, दवा काउंटर के सामने पानी भर दिया। इलाज कराने पहुंचे मरीजों को पानी में खड़े होकर दवा लेनी पड़ी। मरीज अस्पताल प्रबंधन को कोसते रहे और सवाल भी दागा कि आखिर रविवार को सड़क न बनाकर सोमवार को परिसर में पानी क्यों भर दिया। अस्पताल परिसर में कई दिनों से सड़क का निर्माण हो रहा है। सोमवार को जब अस्पताल खुला तो सुबह से ही ओपीडी की तरफ जाने का रास्ता बंद कर दिया। इतना ही नहीं, पर्चा काउंटर, दवा काउंटर व ओपीडी के बीच की जगह पर पानी भर दिया। ऐसे में सुबह जब मरीज इलाज कराने पहुंचे तो उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि पर्चा कैसे बनवाएं और ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने कैसे जाएं। बिना वैकल्पिक रास्ता दिए अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों को परेशानी में डाल दिया। पानी से होकर बीमार मरीज और उनके घरवाले ओपीडी और दवा काउंटर तक पहुंचे। सोमवार का दिन होने की वजह से अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ भी रही। बुखार के साथ ही मौसम में हो रहे बदलाव का पेट पर भी असर पड़ रहा है। बदहजमी, उल्टी और पेट दर्द की परेशानी वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की खासी भीड़ रही। फिजिशियन को दिखाने आए मरीजों में पेट की परेशानी वाली मरीजों की संख्या अधिक रही। इसके साथ ही बुखार और त्वचा की बीमारियों के मरीज भी बढ़ गए है। अस्पताल प्रबंधन और सड़क निर्माण कर रहे ठेकेदार की लापरवाही के चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मरीज का कहना था कि सड़क निर्माण जरूरी है। लेकिन यह काम रविवार दिन में या रात में भी किया जा सकता था। सोमवार को मरीजों की भीड़ आमतौर पर अधिक होती है। इस समय बुखार, डायरिया का प्रकोप भी चल रहा है। ऐसे में सोमवार को सुबह रास्ता बंद करना अस्पताल प्रबंधन की अदूरदर्शिता है। सबसे अधिक परेशानी उन बुजुर्ग मरीजों को हुई जिनके साथ कोई नहीं आया था। उन्हें पानी में से होकर ही ओपीडी और दवा काउंटर तक जाना पड़ा।।
बरेली से कपिल यादव