बरेली। जिला अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) मे शुक्रवार दोपहर 2 बजे भर्ती दो कुपोषित बच्चों को डिस्चार्ज करने के दौरान डॉक्टर और परिजनों मे तीखी नोकझोंक हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर गालीगलौज करने का आरोप लगाया और सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की। सिरौली के ब्योधन खुर्द निवासी जितेंद्र की डेढ़ साल की बच्ची दर्पण को आरबीएसके की टीम ने 17 दिन पहले एनआरसी में भर्ती कराया था, तब बच्ची का वजन करीब 6 किलोग्राम था। एनआरसी में मिले इलाज से बच्ची का वजन अब 700 ग्राम बढ़ गया है। शुक्रवार को दोपहर मे डॉक्टर ने जितेंद्र को बच्चे की फाइल कमरे मे लाने को कहा। जितेंद्र का आरोप है कि वह जब फाइल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने बिना किसी बात के उन्हें गालियां देना शुरू कर दिया। उनके साथ ही नवाबगंज के गांव पंडरा निवासी दिलशाद भी वार्ड मे भर्ती अपने बेटे जोएब का डिस्चार्ज कराने के लिए गए थे लेकिन उनसे भी अभद्रता की। यहां तक कह दिया कि चुपचाप भाग जाओ यहां से वरना गांव तक नही छोडूंगा। परिजनों ने इसका विरोध किया तो उनसे भाग जाने को कहकर डॉक्टर अपने कक्ष से चले गए। परिजनों ने बताया कि जब तक डॉक्टर पर कार्रवाई नही होगी तब तक वार्ड से नही जाएंगे। भले ही चाहे धरने पर क्यों न बैठना पड़े। स्टाफ के समझाने पर भी परिजन शुक्रवार की देर शाम तक वार्ड के बाहर इंतजार करते नजर आए। परिजनों का कहना है कि न तो डॉक्टर समय पर देखने आते है न ही ठीक व्यवहार करते है। डीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि मामला अभी संज्ञान मे नही है। जानकारी मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव