बरेली। डीएम अविनाश सिंह ने कुछ दिन पहले 20 मजिस्ट्रेट के साथ जिला अस्पताल के कोने-कोने की ग्राउंड रिपोर्ट तैयार कराई। मरीजों को धूप मे लाइन मे लगते देख अफसरों को मरीजों के लिए टेंट लगवाने के निर्देश दिए। अफसरों ने डीएम के निर्देश पर मरीजों के लिए एक दिन ही टेट लगाया। उसके बाद टेंट हटवा दिया। टेंट लगने का एक दिनी शो खत्म हुए। कई दिन बीत गए लेकिन भीषण गर्मी मे धूप में खड़े होकर पर्चा बनवाने से लेकर दवा ले रहे मरीजों की सुध किसी ने नही ली। जिला अस्पताल के जिम्मेदारों ने मरीजों की भीड़ को राहत पहुंचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की। इसका आलम यह है कि दो दिनों से अधिकतम पारा 40 डिग्री रह रहा है। उमस भरी गर्मी में मरीज बेहाल है। सोमवार को सुबह से जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ नजर आई। ओपीडी हाल में इतने ज्यादा मरीज थे कि पैर रखने की जगह नही मिल रही थी। पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 1 बजे तक ज्यादा स्थिति बेहाल थी। पर्चा काउंटर संकरा होने से बाहर तक मरीजों की लाइने लगी थी जबकि बीते सप्ताह एक दिन यहां पर टेंट लगवाकर मरीजों को राहत दी गई थी। उसके बाद सोमवार को टेट गायब नजर आया। जिससे मरीज काफी परेशान दिखे। साथ ही फार्मेसी से लेकर टीन शेड के बाहर तक भीषण धूप मे बड़ी संख्या मे मरीज लाइन मे लगने को मजबूर नजर आए। नये मरीजों की संख्या 1531 पार विभागीय रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को ओपीडी मे इलाज के लिए 3 हजार से भी अधिक मरीज पहुंचे, लेकिन नये मरीजों के पंजीकरण इस सीजन का सर्वाधिक रहा। जिला अस्पताल की ओपीडी मे 1531 नये मरीजों का पंजीकरण हुआ जो कि इस सीजन का सर्वाधिक है। डॉक्टरों के अनुसार, ओपीडी में सर्वाधिक मरीज हीट एग्जॉर्शन यानि गर्मी के लक्षण वाले आ रहे है। इसके साथ ही 200 से अधिक मरीज डायरिया और बुखार की चपेट में आकर भी इलाज कराने पहुंचे।।
बरेली से कपिल यादव