बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। कस्बा से जायरीनों का जत्था रविवार की दोपहर दो बजे उमरा के लिए रवाना हुआ। जायरीनों को विदा करने के लिए परिजन, नाते-रिश्तेदार स्टेशन पहुंचे। घर व स्टेशन पर जायरीनों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया। जायरीनों ने भरोसा दिलाया कि अल्लाह के दरबार में पहुंचकर वे सबसे पहले मुल्क मे अमन-चैन व भाईचारा स्थापित करने को दुआख्वानी करेंगे। कस्बा से रविवार दोपहर को लगभग दो बजे कस्बे के मोहल्ला अंसारी वार्ड नंबर पांच से जायरीनों का जत्था रवाना हुआ। जत्थे में मोहम्मद युनुस अंसारी, उनकी पत्नी नाजमा, भाई मोहम्मद नाजिम अंसारी, उनकी पत्नी निखत अंसारी, नौरेज व नाजिम के पुत्र नूरैश आदि लोग उमरा मक्का मदीना के लिए रवाना हुए। इसी तरह कस्बे व कुरतरा सहित अन्य गांव से करीब 25 लोग उमरा के लिए रवाना हुए। जायरीनों को मुबारक सफर पर विदा करने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे। जिसमे कस्बे प्रमुख समाजसेवी हाजी अकील अहमद टाल वाले, तारिक अजीम उर्फ शानू, जामा मस्जिद के पूर्व इमाम जाबिर अली, सरदार अजहरी, सदर सैफ, डॉ गयास अंसारी, अजीज अहमद, आफताब आलम, असद अंसारी, एडवोकेट इमरान अंसारी, अमान अंसारी, मुश्ताक सकलैनी, सोहेल अंसारी, मौलाना जुबैर रजा, मास्टर अमरपाल, मास्टर दौलतराम, डॉ मोइनउद्दीन अंसारी, डॉ मुदित प्रताप सिंह, बक्तयार अंसारी, नवैद अंसारी, नईमउद्दीन अंसारी, नदीम अंसारी, हाजी ताहिर हुसैन आदि तमाम लोगों ने फूल माला पहनाकर स्वागत कर जायरीनों को विदा किया।।
बरेली से कपिल यादव