बाराबंकी- उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है। बाराबंकी में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में योगी सरकार ने एक्शन लेते हुए डीईओ बाराबंकी शिव नारायण दूबे, आबकारी निरीक्षक रामतीरथ मौर्य, 3 हेड कांस्टेबल और सर्कल के 5 कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है।
[5/28, 13:48] Saurabh Pathak Live 24 Bly: *बिग ब्रेकिंग*
जहरीली शराब से अब तक दस की मौत
बाराबंकी में जहरीली शराब पीने से मौतों के मामले में बड़ी बात ये निकलकर सामने आई है कि मृतकों व पीड़ितों ने शराब किसी अवैध शराब की दुकान या गांवों में चलने वाली भट्ठी से नहीं बल्कि *सरकारी ठेके से शराब खरीदकर पी थी,* यानि की जहरीली शराब का कारोबार करने वाले पुलिस वाले आबकारी विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ से राजस्व को भी नुकसान पहुंचा रहे थे।
जहरीली शराब कांड में अब तक 10 मृतकों की हुई शिनाख्त:-
1- सोनू पुत्र सुरेश(25वर्ष)
2- राजेश पुत्र सालिक राम(35) अकोहरा
घाघरा किनारे स्थित देवरिया गांव का है।
3- रमेश कुमार पुत्र छोटेलाल (35)
4- सोनू पुत्र छोटे लाल (25)
5- मुकेश पुत्र छोटे लाल(28)
6- छोटेलाल पुत्र घूरू (60)
ये चारों एक ही परिवार के है, जो रानीगंज के निवासी है।
7- पिपरी महार निवासी सूर्य भान पुत्र सूर्य बक्श
8- राजेन्द्र वर्मा पुत्र जगमोहन निवासी उमरी
9- सेमराय निवासी महेंद्र पुत्र कप्तान सिंह
10- महेन्द्र पुत्र दलगंजन ततहेरा।
जानकारी के अनुसार बाराबंकी के जहरीली शराब कांड की जांच के लिए कमिश्नर अयोध्या एवं आबकारी आयुक्त के नेतृत्व में टीम गठित कर दी गयी है जिसे 48 घंटे में शासन को रिपोर्ट देनी होगी।
बाराबंकी जहरीली शराब कांड में प्रत्येक मृतक के परिवार को 2 – 2 लाख रुपए की मदद का ऐलान भी किया गया है और गंभीर बीमार 26 लोग जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर किया गया है ।
मिली जानकारी के मुताबिक, मारे गए लोगों ने राम नगर कोतवाली क्षेत्र के रानीगंज में सोमवार शाम को सरकारी ठेके से खरीद कर शराब पी थी। देर रात अचानक उनकी तबियत बिगड़ने लगी तो परिजन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान अभी तक 10 लोगों ने दम तोड़ दिया। कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई गई है।