बरेली। जिन लोगों के मकान कच्चे व जर्जर हो चुके है। उनके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की गई। जिसके अंतर्गत आवेदक को सरकार मकान आदि बनवाने के लिए रुपए मुहैया कराती है लेकिन इस योजना का लाभ पाने के लिए दिव्यांग युवक डूडा ऑफिस के चक्कर लगाते लगाते परेशान हो गया है। सारी कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी अभी तक उसकी सहायता राशि प्राप्त नहीं हुई है। यहां तक कि वह मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी कई बार इसकी शिकायत कर चुका है लेकिन उसकी बात सुनने को तैयार नहीं है। अधिकारी भी शासन को गलत रिपोर्ट भेज रहे है। थाना सुभाषनगर क्षेत्र के गणेशनगर के रहने वाले दुर्गपाल पुत्र सूरजपाल दिव्यांग है। वह अपना गुजारा मेहनत मजदूरी करके कर रहे है। दुर्गपाल ने बताया कि काफी पुराना मकान बना होने के कारण जर्जर हो चुका है। उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया था। दुर्गपाल का आरोप है कि सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे अभी तक योजना का लाभ नहीं मिला जबकि डूंडा ने उसके बाद के आवेदन करने वालों के खाते में सहायता राशि पहुंचा दिया है। जिसको लेकर उसने कई बार इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर गलत जानकारी देकर उसे योजना के लाभ से वंचित किए हुए है। जिसको लेकर दिव्यांग दुर्गपाल काफी परेशान है। वह अपने पुराने जर्जर मकान में रहने को मजबूर है। वहीं जब अधिकारियों से बात करता है तो अधिकारी केवल उसे आश्वासन देकर घर भेज देते है।।
बरेली से कपिल यादव