जमानत पर छूटा हत्यारोपी चला रहा था तमंचा कारखाना, आरोपित गिरफ्तार

बरेली। विधानसभा चुनाव मे मांग बढ़ने से थाना बारादरी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध असलहे तैयार किए जा रहे थे। शनिवार को बारादरी पुलिस ने शमशान घाट के पास खंडहर में दबिश देकर अवैध तमंचा कारखाना चलाते एक शातिर को धर दबोचा। उसके पास से निर्मित, अर्धनिर्मित अवैध असलहों के साथ शस्त्र तैयार करने के उपकरण भी बरामद किए गए। आरोपित रामभरोसे भोजीपुरा के भोलामानपुर का निवासी है जबकि उसका साथी छोटन निवासी हरी मजार के पास जोगी नवादा फरार हो गया। रामभरोसे को जेल भेज दिया गया। बारादरी पुलिस के अनुसार हरुनगला शमशान के पास स्थित एक मकान के खंडहर में अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्री चलने की जानकारी मिली। टीम ने दबिश दी तो एक आरोपित भागने लगा लेकिन उसे पकड़ लिया गया। मौके से तैयार एक देशी रायफल, पांच तमंचे, पांच अर्धनिर्मित तमंचे, कारतूस, असलहा तैयार करने के औजार हथौड़ी, भट्टी, कटर आदि सामान बरामद किया गया। पूछताछ में आरोपित रामभरोसे ने फरार दूसरे साथी छोटन के साथ कारोबार करने की बात बताई। उसने कहा कि चुनाव में अवैध असलहों की मांग बढ़ गई थी। दोनों ने मिलकर काम शुरू कर दिया था। आरोपित पहले भी अवैध असलहों के मामले में पकड़ा जा चुका है। पुलिस ने उसका आपराधिक इतिहास खंगाला तो पता चला कि वह पिछले विधानसभा चुनाव में भी बारादरी पुलिस ने उसे अवैध तमंचा कारखाना चलाते पकड़ा था। इसी दौरान पता चला कि आरोपित ने कैट थाना क्षेत्र में 1985 में एक हत्या के मामले में भी जेल गया था। जिसमें वह जमानत पर छूटा हुआ है। बाहर आते ही सक्रिय हो गया और धंधा शुरू कर दिया। वह माल तैयार करता और उसका साथी छोटन पार्टी तक माल की सप्लाई करता है। आरोपित ने बताया कि एक तमंचा तैयार करने में अधिकतम 5,00 रुपये का खर्च आता है। चुनाव में तमंचों की मांग बढ़ी है। लिहाजा, एक तमंचा 5,000 रुपये का आसानी से बिक जाता था। आर्डर पर बनने वाली रायफल 10 हजार रुपये में मुहैया कराई जाती थी। बरामद रायफल का आर्डर किसने दिया, आरोपित ने यह नहीं कबूला। आरोपित छोटन माल सप्लाई के लिए गया था।।

बरेली से कपिल यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *