•इब्राहिमपुर पुलिस स्थगन आदेश होने के बाद भी समझौता कराने में है माहिर
•दबंग सिपाही रामजीत यादव ने मीडिया के हस्तक्षेप पर मीडिया को बताया दलाल
अंबेडकरनगर,ब्यूरो – योगी सरकार की पुलिस आजकल अपनी दबंगई को लेकर सुर्खियों में चल रही है इनका व्यवहार भगवान भरोसे रहता है किसको कब क्या कह जाएं इसका पता उनको खुद नहीं होता है ऐसा लगता है कि शालीनता की भाषा कभी बोले ही नहीं हो।
जी हां! हम बात कर रहे हैं जनपद के इब्राहिमपुर थाने की, यहां के सिपाही पुलिसिया रौब झाड़ने से पीछे नहीं हटते कहना तो उचित नहीं है लेकिन यहां की परिस्थितियों को देखते हुए कहना पड़ रहा है । क्षेत्र की जनता अब यह कहने लगी है कि सब पैसे का खेल है भैया पैसा है तो पुलिस जेब में है। आखिर क्यों ना जनता यह बात कहे जब छोटी सी बातों पर अगर मामला थाने तक पहुंच गया तो समझ लीजिए कि उसको पैसा देना ही देना है वह चाहे जहां से दे।
कुछ ऐसा ही मामला इब्राहिमपुर थाने का एनटीपीसी चौकी अंतर्गत वाजिदपुर ग्राम सभा निवासी राजेंद्र प्रसाद वर्मा पुत्र बेनी माधव वर्मा का जमीनी विवाद का था, जबकि उक्त जमीन पर माननीय न्यायालय का स्थगन आदेश भी है लेकिन उसके बावजूद भी जबरदस्ती चौकी का सिपाही रामजीत यादव व अन्य समझौते का दबाव बनाने लगे लेकिन जब पीड़ित ने समझौता करने से इंकार कर दिया तो दबंग सिपाही रामजीत यादव पीड़ित को मारते-पीटते हुए लॉकअप में बंद कर दिया। पीड़ित का रिश्तेदार सती राम वर्मा आनन फानन में जानकारी मिलने पर थाने गए और समझौते का विरोध किया तो दबंग सिपाही रामजीत यादव पीड़ित के रिश्तेदार को धमकाते हुए कहा कि ज्यादा नेतागिरी करोगे तो तुमको भी लॉकअप में डाल दूंगा। उसके बाद पीड़ित रिश्तेदार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया के पास पहुंचा और इंसाफ की गुहार लगाई तब मीडियाकर्मी पूरी जानकारी लेने थाने पहुंचा तो फिर क्या था सिपाही मीडियाकर्मी को देख भड़क गया और अपने पुलिसिया अंदाज में मीडिया को दलाल बताते हुए कहा कि जितनी दम तुम्हारी कलम में हो उसे लगा दो इतनी हिम्मत किसी में भी नहीं जो मेरा बाल भी बांका कर सके इस बावत जब इब्राहिमपुर थानाध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने दबंग सिपाही को फटकार लगाते हुए कहा कि मीडिया से बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी आइंदा ऐसी शिकायत मिली तो विभागीय कार्यवाही की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
– अखण्ड प्रताप सिंह ,ब्यूरो अम्बेडकरनगर।