बरेली। हापुड़ मे तैनात एडीजे की अधिवक्ता भतीजी की ससुराल मे मौत हो गई। उनके पिता ने दामाद और समधी समधन समेत आठ लोगों पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पोस्टमार्टम मे अधिवक्ता की मौत का कारण हैंगिंग बताया गया है लेकिन जहर की आशंका के चलते विसरा सुरक्षित किया गया है। वही आरोपी पति को हिरासत मे लिया गया है। बारादरी के सहसवानी टोला निवासी मुहम्मद हाशिम अंसारी की अधिवक्ता बेटी महजबीन की शादी 27 फरवरी को प्रेमनगर के मोहल्ला शाहचाद निवासी डॉ. मेहंदी हसन सकलैनी के बेटे डॉ. तलहा के साथ हुई थी। तलाह का देवचरा मे क्लीनिक है और वह बीएएमएस की पढ़ाई कर रहा है। हाशिम का कहना है कि गुरुवार तड़के 3:33 बजे मेडिनोवा अस्पताल से उनके बेटे को सूचना मिली कि पति डॉ. तलहा और सास-ससुर उनकी बेटी को लेकर वहां पहुंचे है। मगर डॉक्टर ने कार मे ही महजबीन को देखकर मृत घोषित कर दिया है। वे लोग मौके पर पहुंचे तो देखा कि महजबीन के गले मे निशान था और आंखें उभरी हुई थी। उनकी सूचना पर बारादरी पुलिस अस्पताल पहुंची और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। इसी बीच प्रेमनगर पुलिस शाहबाद स्थित महजबीन की ससुराल पहुंची और फोरेंसिक टीम को बुलाकर जांच कराई। जिसमें शव फंदे पर लटका मिलने की बात सामने आई। जांच के बाद पुलिस ने शव कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। जिसमें मौत का कारण हैंगिंग बताया गया। जहर के लक्षण मिलने पर बिसरा भी सुरक्षित किया गया है। महजबीन के परिवार का उनके समाज अच्छा प्रभाव है। उनके चाचा असगर अली हापुड़ मे एडीजे तो है। एक भाई बिजली विभाग मे जूनियर इंजीनियर है व दूसरे भाई समेत कई लोग अधिवक्ता है। महजबीन की मौत की खबर सुनकर पोस्टमार्टम हाउस पर शुभचिंतकों की भीड़ लग गई।।
बरेली से कपिल यादव
