आजमगढ़ – गंभीरपुर थाने के अम्मरपुर गांव में बुधवार की सुबह बंद कमरे में एक विवाहिता का जंगले से लटकता शव पाए जाने पर सनसनी फैल गई। कमरे में तीन साल के बच्चे के रोने पर परिजनों ने आनन-फानन में दरवाजा खोला तो शव देख अवाक रह गए। मायके वालों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला। इस दौरान मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज को लेकर गला दबाकर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी। इस पर पति सहित चार के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सरायमीर थाने के संजरपुर गांव का मूल निवासी अजय यादव गंभीरपुर थाने के अम्मरपुर गांव में मकान बनवाकर रहता है। अजय की चार साल पूर्व निजामाबाद थाने के कुजियारी गांव निवासी कवलधारी यादव की पुत्री मनीता यादव से शादी हुई थी। पिछले सप्ताह मंगलवार को मनीता अपने ढाई साल के बच्चे को लेकर ससुराल आई थी। मंगलवार की रात में मनीता अपने बच्चे को लेकर अलग कमरे में सोई थी। जबकि पति अजय यादव दूसरे कमरे में सोया था। ससुरालियों का कहना है कि बुधवार को सुबह होते ही बच्चे के रोने पर लोग गए तो दरवाजे को अंदर से बंद पाया । किसी तरह दरवाजा खोला गया तो कमरे में जंगले से मनीता का लटका हुआ शव पाया गया । सूचना मिलने पर मृत विवाहिता के पिता कवलधारी यादव सहित मायके के अन्य लोग भी पहुंच गए। पिता ने देखा मृत बेटी के दोनों पैर जमीन से सटा हुआ था और हाथ में सना हुआ आटा लगा था। इस पर उसने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी लेने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गंभीरपुर थानाध्यक्ष अरविंद पांडेय ने बताया कि मायके पक्ष की तहरीर पर दहेज को लेकर गला दबाकर हत्या के आरोप में पति, सास, जेठ और जेठानी के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़