बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। कस्बे के मोहल्ला भिटौरा का रहने वाला युवक पश्चिमी बंगाल में तैनात बीएसएफ के जवान की उसके घर पर ही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसके परिजनों ने हत्या करने का शक जताया है और थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस का कहना है जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार मूल रूप से आसाम व वर्तमान में कस्बे के मोहल्ला भिटौरा निवासी बीएसएफ के जवान सूरज उर्फ जिम्मी चेतिया पुत्र पीके चेतिया की तैनाती वर्तमान में पश्चिमी बंगाल में थी वह होली की छुट्टियों में वर्तमान में रह रहे भिटौरा में घर पर आया था। छुट्टी जाने से पहले देशभर में कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन लग गया था। तब से वह यहीं रह रहा था। 40 दिन के लॉकडाउन बीत जाने के बाद सोमवार से शराब की दुकानें खुली तो वह रात साढ़े आठ बजे शराब पीकर आया था और आकर सो गया। जब उसकी पत्नी ने खाना खाने के लिए उठाया तो वह नहीं उठा तब पत्नी ने उसे बरेली के एक अस्पताल में दिखाया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पत्नी यह सुनकर बेहोश हो गई उसके परिवारी जनों ने संभाला। इसकी सूचना जब पुलिस को लगी तब पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया। मृतक की पत्नी ने हत्या की आशंका भी जताई है। बीएसएफ जवान के माता पिता आसाम में रह रहे थे उनको सूचना दी गई लेकिन लॉकडाउन के चलते वह अपने बेटे का मुंह भी नहीं देख पाए और यहां नहीं आ सके। जवान के पिता भी भिटौरा बीएसएफ कैंप से ही रिटायर हुए थे और यही भिटौरा में मकान लेकर रहने लगे थे उसके बाद आसाम चले गए लेकिन उनका बेटा यहीं रह रहा था और उसकी शादी भी करीब सात साल पहले यही भिटौरा से ही हुई थी।
सात साल के बेटे ने दी पिता को मुखाग्नि
बीएसएफ जवान कौशल कस्बे के भिटौरा मे उसके घर पहुंचा तो हाहाकार मच गया। जैसे तैसे लोगों ने परिवार को संभाला और शव की अंत्येष्टि के लिए श्मशान घाट ले जाया गया। जहां उसके 6 वर्षीय बेटे ने मुखाग्नि दी।।
बरेली से कपिल यादव