*माँग नहीं माने जाने पर किसानों ने दिया बड़े आंदोलन की चेतावनी
वाराणसी/रोहनियां- छुट्टा और आवारा पशुओं के संरक्षण के लिए संक्षरण गृह बनाने की मांग तथा पशुओं द्वारा किये गए फसल नुकसानी के मुआवजे की मांग को लेकर पूर्वांचल किसान यूनियन व मनरेगा मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वाधान में किसान प्रतिरोध मार्च का आयोजन भैरव तालाब भैरव नाथ से राजातालाब तहसील तक किया गया ।
मार्च में शामिल लोगों ने छुट्टा और आवारा पशुओं पर रोक लगाओ
फसल नुकसानी का मुआवजा दो
जब तक दुखी किसान रहेगा, धरती पर तूफ़ान रहेगा के नारे लगाये।
इस अवसर पर हुई सभा को संबोधित करते हुए पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगिराज पटेल ने कहा कि एक तो किसानो की हालत पहले से खराब है दूसरी तरफ किसान किसी तरह से कर्ज लेकर रवि की फसल की बुआई तो कर लिए लेकिन छुट्टा और आवारा पशुओं से फसल सुरक्षित बचेगा ऐसा दिखाई नहीं पड़ता है ।उन्होंने कहा कि किसान इस भयंकर ठंडी में अपनी फसल को बचाने के लिए रात भर खेत में बिताने को बाध्य है।उन्होंने चेतावनी दिया कि यदि सरकार के द्वारा तत्काल छुट्टा पशुओं के संरक्षण के लिए संरक्षण गृह नहीं बनाया गया तो किसान अनिश्चित कालीन धरने पर बैठने को बाध्य होंगे ।
सभा को संबोधित करते हुए मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर ने कहा कि सरकार ने पशुओं की हत्या पर रोक तो लगा दिया लेकिन उनके संरक्षण के लिए कोई उपाय नहीं किया ।जिससे इन पशुओं को भर पेट भोजन भी नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण पशु हिंसक होते जा रहे है। इन आवारा पशुओं द्वारा लगातार हिंसक घटनाएँ की जा रही है जिसका शिकार केवल इन्सान ही नहीं अपितु पालतू जानवर भी हो रहे है।उन्होंने कहा कि सरकार को संरक्षण गृह बनाने के साथ साथ पशुओं की देखभाल के लिए एक प्रशिक्षित टीम भी बनानी चाहिए ।
सभा को संबोधित करते हुए ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि महेंद्र पटेल ने कहा कि जिन किसानों का फसल पशुओं ने बर्बाद किया है उनको सरकार द्वारा मुआवजा सुनिश्चित किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि यदि किसान अपने फसल को बचाने के लिए जानवरों को कही खदेड़ रहे है तो पुलिस उनसे जुर्माना भी वसूल रही है ।किसान दोहरी मार से पीड़ित है।
किसानों द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापित दो सूत्रीय मांग पत्र तहसीलदार राजातालाब रविशंकर यादव को दिया गया। उन्होंने जल्द ही इस पर कार्यवाही का आश्वासन दिया।
मार्च का नेतृत्व योगीराज पटेल ने तथा सभा का संचालन महेंद्र राठौर ने किया जबकि अध्यक्षता डॉ महेंद्र पटेल ने किया।
मार्च में मुख्य रूप से राजेश मिश्रा, ओमप्रकाश, राज कुमार गुप्ता, गणेश, वीरेंदर, दीपक, दिनेश, सेवा, अजीत, आलोक पाण्डेय, संजीव सिंह, अशोक, मंटू, संदीप, मुकेश, नरेश, हंसराज, प्रदीप, अजय, सूरज, हरीश, रिंकू पाण्डेय आदि लोग शामिल हुए।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय के साथ (राज कुमार गुप्ता) वाराणसी