चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे दे रहे गवाही, फिर भी नही हट रहा अतिक्रमण

बरेली। स्मार्ट सिटी के कैमरों के सामने रोजाना सड़क पर अतिक्रमण हो रहा है। अतिक्रमण की वजह से जाम भी लगता है लेकिन इसके बावजूद अतिक्रमण हटाने के नाम पर सिर्फ खानापूरी की जा रही है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से सभी प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसकी निगरानी इंटिग्रेटेड कमांड कंट्रोल सिस्टम यानी आई ट्रिपल सी से होती है। जिसका संचालन नगर निगम की नई बिल्डिंग में स्थित आफिस से होता है। इससे पूरे शहर पर निगाह रहती है, पर हकीकत यह है कि शहर की प्रमुख समस्या अतिक्रमण से लगने वाला जाम है। सीसीटीवी कैमरे में दिखने के बाद भी अतिक्रमण दस्ते को मौके पर अतिक्रमण हटाने के लिए तुरंत नहीं भेजा जा रहा है। नगर निगम इन्हीं कैमरों की मदद से सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं को देख तुरंत टीम भेजकर पकड़वाने का काम करता है। शहामतगंज पुल के पास कैमरा लगा हुआ और यहां ट्रैफिक पुलिस भी रोजाना ड्यूटी करती है लेकिन सड़क पर अतिक्रमण के साथ वाहनों में सवारियां भरी जाती हैं। डेलापीर में डमरू चौराहे के पास चारों तरफ ठेले और फड़ वाले सड़क पर दुकान लगते है। चौकी चौराहे के पास बटलर प्लाजा के सामने शाम के समय अतिक्रमण कर दुकानें लगती हैं और जाम लगता है। सेटेलाइट बस अड्डा रोड पर अतिक्रमण कमण कर खोखा और ठेले लगाए जाते हैं, जिसकी वजह सड़क सकरी हो जाती है। इसी तरह ईसाइयों की पुलिया और कुतुबखाना के पास कैमरे के सामने साप्ताहिक बाजार लगने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। हर माह खर्च होते हैं लाखों रुपये नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व सैनिकों का एक दस्ता बनाया है। इसमें करीब 35 पूर्व सैनिक तैनात हैं। इनको करीब 10 लाख रुपये से अधिक वेतन दिया जाता है। इसके बाद जब अतिक्रमण दस्ता मौके से वापस लौटता है तो जहां से अतिक्रमण हटाए गया होता है, वहां फिर दुकानें सज जाती हैं। इसके अलावा नगर निगम में अतिक्रमण प्रभारी और दो राजस्व निरीक्षक सहित अन्य कर्मचारियों को अतिक्रमण मुक्त शहर बनाने के लिए जिम्मेदारी दी गई है।।

बरेली से कपिल यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *