बरेली। जनपद के थाना कैंट पुलिस ने चोरी और लूट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से एलईडी, चार हजार रुपये, एक सोने की अंगूठी, आईफोन आदि सामान बरामद हुआ है। पुलिस ने दो मामले का खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक कैंट राजेश कुमार को संदिग्ध वाहनों की चेकिंग के दौरान सूचना मिली कि कृष्णा कॉलोनी ट्यूबवेल के पास कुछ संदिग्ध युवक बैठे हैं। पुलिस टीम ने आरोपियों की घेराबंदी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहनपुर के अवनीश, ईसाइयों की पुलिया, कटरा चांद खां के देवू उर्फ देवांश, आजम नगर के देव उर्फ पहाड़, महादेवपुरम के आयुष रस्तोगी और मोहनपुर के सोनू उर्फ अमनदीप के रूप में हुई। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इस गिरोह का मास्टर माइंड अवनीश है। वह करीब 15 दिन पहले ही लूट के मुकदमे में जेल से छूटकर जमानत पर बाहर आया है। जेल में उसकी पहचान आयुष रस्तोगी के पिता चिरौंजीलाल उर्फ बबलू से हुई थी। चिरौंजीजाल जेल में सोने के सामान की चोरी करने के आरोप में बंद है। अवनीश अपनी ही कॉलोनी या आसपास की कॉलोनी में सम्पन्न व्यक्तियों के बंद पड़े मकानों की रेकी करता था। उसके बाद अवनीश और सोनू उर्फ अमनदीप उस मकान के आसपास के मार्गों और लोगों के आने-जाने के समय का अंदाजा लगाते हुए घटना को अंजाम देते थे। देवू उर्फ देवांश उस मकान के आसपास के रास्तों के बाहर खड़े होकर पुलिस और आने-जाने वाले लोगों की निगरानी करता था। देव उर्फ पहाड़ी और अमन कश्यप और प्रियांशु मुंह पर मास्क लगाकर अपनी पहचान छिपाते हुए लोहे की रॉड या कटर से मकान का ताला तोड़ते थे और पास के मकानों का कुंडा बाहर से बंद कर देते थे। जिससे आवाज सुनकर पड़ोसी अगर जाग भी जाएं तो उन्हें भागने का पर्याप्त समय मिल सके। वह मोबाइल भी लूटते थे। गिरफ्तार आरोपी अवनीश पर चार, देवू उर्फ देवांश पर तीन, देव उर्फ पहाड़ी पर दो, सोनू उर्फ अमनदीप पर दो मुकदमे पहले से दर्ज है।।
बरेली से कपिल यादव