सीतापुर- हरगांव चीनी मिल की डिस्टेलरी के जहरीले व प्रदूषित पानी से हजारो मछलियां तडप तडप कर मर जाने का समाचार मिला है। बताया जाता है कि गांव के एक तालाब में पली मछलियां अचानक मरने लगी, जिसके बाद मछली पालन कर रहे किसान के परिवार में हड़कम्प मच गया। किसान का आरोप है कि यह सब चीनी मिल के डिस्टेलरी से निकले पानी की वजह से हुआ है। पीड़ित किसान ने जिले के शीर्ष अधिकारियों को पत्र भेजकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
मालूम हो कि ग्राम सभा रायपुर के रहने वाले पट्टेदार मातादीन ने एक तालाब में मछली पाल रखी है चीनी मिल की डिस्टेलरी द्वारा प्रदूषित पानी डाले जाने से लगभग एक कुन्टल मछली मर गईं, जिससे लाखो रुपयो का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। किसान का अरोप है कि बीती रात चोरी छिपे चीनी मिल की डिस्टेलरी द्वारा प्रदूषित पानी तालाब के निकट रामप्रताप गिरी उर्फ छोटकन्न के खेत में, गंदा पानी टैंकरो द्वारा डाला गया था,वही जहरीला और प्रदूषित पानी निकट वर्ती मछली वाले तालाब में पहुच गया जिससे हजारो मछलिया मर गई और मछली पालक मातादीन का लाखो रुपयो का नुकसान हो गया। जिसकी शिकायत मछली पालक मातादीन ने थाने मे प्रार्थना पत्र देकर मछली मरने की सूचना दी, जिस पर थानाध्यक्ष ने समझौता कराने का प्रयास किया।बताया जाता है कि चीनी मिल की डिस्टेलरी द्वारा जहरीले और प्रदूषित पानी को ग्रामीण क्षेत्र में टैंकरो के जरिये खेतो और तालाबो में चोरी छुपे डाला जाता है जिससे प्रदूषण तो फैलता ही है साथ में जिन तालाबो में मडलियो की नर्सरी होती है तो वो मछलिया मर जाती है जिससे मछली पालको को लाखो का नुकसान हो जाता है।
– रामकिशोर अवस्थी
सीतापुर ब्यरो
चीनी मिल के जहरीले व प्रदूषित पानी से मरी हजारों मछलिया
