राजस्थान/बाड़मेर- उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का श्रीगणेश तीस अप्रैल से होने जा रहा है। यात्रा की तैयारियों में पूरा प्रशासनिक अमला लगा हुआ है। अब तक करीब तीस लाख श्रद्धालु यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं। इस बार चारधाम में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ सकती है। इसी को देखते हुए सरकार व्यवस्थाएं बनाने में जुटी हुई है। इस बार चारधाम यात्रा में इस बार दर्शन के लिए टोकन सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओ को दर्शन के लिए घंटों तक कतारों में खड़ा न रहना पड़े। चारधाम पहुंचने पर श्रद्धालुओं को टोकन दिया जाएगा। टोकन में दर्शन करने का समय निर्धारित होगा। यूटीडीपी ने पिछले साल धामों में भीड़ प्रबंधन और दर्शन को सुगम बनाने के लिए टोकन सिस्टम को लागू किया था। तब यह व्यवस्था कामयाब नहीं हो पाई थी। कपाट खुलने के दिन ही केदारनाथ धाम में भीड़ बढ़ने से दर्शन के लिए दो से तीन किमी तक लंबी लाइन लगी थी। इस बार धामों में भीड़ प्रबंधन के लिए टोकन सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू करने की तैयारी की जा रही है।
चारधाम यात्रा के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दर्शन के स्लॉट मैनेजमेंट सिस्टम को बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं।धामों में व्यवस्थित ढंग से टोकन सिस्टम लागू होता है तो तीर्थयात्रियों को दर्शन करने के लिए लंबी कतारों में खड़े होकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा। तीर्थयात्रियों को यात्रा पंजीकरण के आधार पर धामों में पहुंचने के बाद टोकन मिलेगा। टोकन में दर्शन के लिए समय निर्धारित होगा। इससे तीर्थयात्री टोकन में दिए गए समय पर ही दर्शन कर सकते हैं। लाइन में खड़ा होने के बजाय तीर्थयात्रियों को धामों में आसपास के क्षेत्रों में देखने के लिए और समय मिल सकेगा।
– राजस्थान से राजूचारण