शाहजहांपुर- पुलिस ने शहर के चर्चित दरोगा हत्याकांड का खुलासा करते हुए सोमवार को दरोगा की पत्नी तथा चारो बेटियो को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि हत्या करने के लिए बुलाये गये भाड़े के हत्यारे अभी भी फरार है । पुलिस फरार हत्यारोपियो की तलाश मे दविशे दे रही है । वही इस हत्या कांड के खुलासे से रिस्तो को झजकोरने वाली कहानी भी सामने आई है । इस मामले मे जहाँ पत्नी ने अपने नाजायज सम्बन्धो को बरकरार रखने के लिए तो बेटियो ने मोर्डन जिन्दगी जीने की वजह से भाड़े के हत्यारों से दरोगा महेरबान अली की हत्या करवा दी और बड़ी ही बेरहमी से रात के अँधेरे मे शव को नाले मे फेंक दिया ।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुभाष चन्द्र शाक्य ने आज बताया की, मुजफ्फर नगर के शाहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कसेरवा निवासी महेरबान अली उर्फ भोंदू खां वर्तमान समय मे जिले मे रेडियो विभाग मे दरोगा के पद पर तैनात थे तथा अपनी पत्नी व बेटियो के साथ एमनजई जलालनगर निवासी अपने दामाद अनीस के घर पर रहते थे । दरोगा महेरबान अली का शव 24 जून 2018 की सुबह उनके घर से कुछ कदमो की दूरी पर एक नाले मे पडा हुआ मिला था । दरोगा की हत्या के सम्बन्ध मे दामाद अनीस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था ।
चूँकि मामला पुलिस विभाग मे तैनात दरोगा की हत्या का था । इस हत्या कांड के शीघ्र अनावरण के लिए अपर पुलिस अधीक्षक नगर दिनेश त्रिपाठी के प्रवेक्षण एवं क्षेत्राधिकारी नगर सुमित शुक्ला के निर्देशन मे टास्क आवंटित किया गया । पुलिस मामले मे सभी पहलूओ को ध्यान मे रख कर विवेचना कर रही थी । विवेचना के दौरान पुलिस ने सर्विलांस की मदद ली तथा घर मे लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग को देखा । जिससे पता चला की दो अज्ञात बदमाशो ने दरोगा की पत्नी तथा बेटियो की मौजूदगी मे दरोगा महेरबान अली की हत्या की और रात के अँधेरे मे उनकी मोटर साइकिल से शव को ले जाकर नाले मे फेंक दिया । मामला खुलते ही सदर बाजार पुलिस ने सोमवार को दरोगा की पत्नी जाहिदा, बेटी जीनत, ईरम, आलिया तथा शादी शुदा बेटी शवा को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया है ।
सुभाष चन्द्र शाक्य के अनुसार, पूछताछ मे पता चला है की मृतक दरोगा की पत्नी जाहिदा के नाजायज सम्बन्ध मुजफ्फर नगर के ग्राम ताऊली निवासी बहनोई फारुख से थे । पत्नी के सम्बन्धो की जानकारी होने पर दरोगा महेरबान अली ने उसका विरोध करता था वही दूसरी तरफ उनकी बेटिया मोर्डन जिन्दगी जीना चाहती थी लेकिन पिता उसके खिलाफ थे । रोकटोक से अजीज आकर दरोगा की पत्नी जाहिदा ने बहनोई के गांव के रहने वाले तहसीन तथा कासिम से मिलकर पति की हत्या की सजिश रची और एक लाख रुपये मे दरोगा की हत्या का सौदा तय कर दिया । योजना के तहत जिस समय महेरबान अली अपने घर पर थे तहसीन और कासिम उनके घर पहुंचे और उनका गला दवा दिया, दरोगा के बेहोश होते ही उनके सर को दीवार से टकरा दिया जिससे उनकी मौत हो गई । वही इस दौरान उनकी पत्नी और बेटिया घर के बहर निगरानी करती रही और अंधेरा होते ही सभी लोगो ने मिलकर दरोगा की लाश को नाले मे फेंक दिया ।
सुभाष चन्द्र शाक्य ने बताया की हत्यारोपी तहसीन और कासिम अभी फरार चल रहे है, जिनकी तलाश मे पुलिस दविशे दे रही है । जल्द ही वो दोनो पुलिस की पकड़ मे होंगे ।
-शाहजहांपुर से अंकित कुमार शर्मा की रिपोर्ट