लखनऊ- उत्तर प्रदेश में प्रधानाध्यापक पद की नियुक्ति में बड़ा घोटाला सामने आया है. घूस लेकर नियुक्ति करने के मामले में प्रशासन ने तीन बेसिक शिक्षा अधिकारियों समेत एक डीआईओस अधिकारी को निलंबित किया है मामला उन पांच जूनियर हाई स्कूल विद्यालयों का है जहां पर नियुक्ति न करने के लिए प्रशासन ने रोक लगाई है लेकिन प्रशासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ाकर प्रधानचार्यों की नियुक्ति की गई है। जैसे ही इस घोटाले की भनक सरकार को लगी तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए कानपुर के वर्तमान बीएसए पवन कुमार तत्कालीन बीएसए राम सागर त्रिपाठी और बीएसए सच्चिदानंद यादव को निलंबित कर दिया गया है राम सागर त्रिपाठी की पोस्टिंग गोरखपुर हुई थी वहीं सच्चिदानंद यादव की पोस्टिंग फिरोजाबाद में हुई थी।
कानपुर देहात के डीआईओस नंदलाल यादव भी आरोपी हैं इसलिए उन्हें भी निलंबित किया गया है प्रारंभिक जांच में चारो आरोपी दोषी पाए गए थे। विद्यालय में गलत ढंग से नियुक्ति कराकर लाखों रुपए के वेतन का भुगतान भी हो गया है।
-देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा