नोएडा- आज शाहबेरी संघर्ष समिति के द्वारा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था जिसकी सूचना पूर्व में ही जिला अधिकारी एवं आरक्षी अधीक्षक को दे दी गई थी इसमें हजारों की संख्या में बच्चे बुजुर्ग और शाहबेरी के निवासियों ने हिस्सा लिया था और शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहे थे इसी दौरान नोएडा पुलिस के द्वारा प्राधिकरण के अधिकारियों के इशारे पर लाठी चार्ज किया गया। जिसमें कई बच्चे महिलाएं बुजुर्ग घायल हो गए।बताया जाता है कि महिलाओं के साथ पुलिस द्वारा बदतमीजी भी की गयी । आरोप है कि कुछ महिलाओं के कपड़े भी फटे और उनके निजी हिस्सों में भी लाठी-डंडे मारे गए । करीब 25 की संख्या में प्रदर्शनकारियों को खासकर महिलाओं को सूरजपुर थाने में गिरफ्तार करके रखा गया जबकि महिला पुलिसकर्मियों की संख्या वहां पर नहीं थी और सबसे खास बात यह रही कि पहली बार ऐसा हुआ है कि सिर्फ धरना प्रदर्शन करने वालों को गिरफ्तार करने के बाद पांच बड़ी धाराओं में हिरासत में लिया गया है उन धाराओं को इस तरह से लगाया गया है कि प्रदर्शनकारी आगे से कभी प्रदर्शन करने की हिम्मत न करें।
शाहबेरी संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि
अगर जिला प्रशासन प्रदर्शनकारियों को नहीं छोड़ता है तो हम इस मामले को हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएंगे और उन दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करेंगे।ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पुलिस प्रशासन का जनता के साथ दमनकारी नीतियों अपनाने का पूरा प्रदर्शन देखने को मिला कि किस तरह से आम आदमी की आवाज को दबाया जाता है उनके हक की लड़ाई को खत्म करने का प्रयास किया जाता है। जिस पर शाहबेरी संघर्ष समिति ने फैसला लिया कि ऐसे किसी दमनकारी नीति जिससे आम आदमी को दबाकर उनकी आवाज को समाप्त करने का काम करती है तो हम उसका सदा विरोध करेंगे और हम हमारा प्रदर्शन हमारे हक की जीत जब तक मिल नहीं जाती है तब तक जारी रहेगा ।