आजमगढ़- प्रदेश भर में कई जिलों में गौशालाओं में गोवंश की मौत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। वहीं आजमगढ़ में विकास खंड जहानागंज के ग्रामसभा किशुनपुर में चार दिन में 2 दर्ज़न मवेशियों की मौत के बाद प्रशासन में हड़कम्प मचा है,हालत यह है कि पशुओं के लिए रहने की जगह तो है लेकिन शेड बहुत छोटा है। लोगों का कहना है कसाइयों के यहाँ से बुरी स्थिति में गौशाला में मवेशियों को रहना पड़ रहा है। वहीं नजाकत को समझते हुए डीएम ने भी दौरा किया और भरोसा दिया कि हालत में सुधार करेंगे। मामले में पशुओं की मौत को जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने गंभीरता से लिया है।पशु चिकित्साधिकारी रवि प्रकाश द्विवेदी व ग्राम पंचायत सचिव इंदु राय से स्पष्टीकरण तलब किया है। जबकि रात की ड्यूटी से अनुपस्थित भृगुनाथ व निजामुद्दीन सहित तीन सफाई कर्मचारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री की सख्ती और जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से गोशालाओं की व्यवस्था में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप है।जिलाधिकारी ने गोशाला का बारीकी से निरीक्षण किया। जिला पंचायत राज अधिकारी श्रीकांत दर्वे व ग्राम प्रधान अजय सिंह को बड़े नर व मादा पशुओं और बछिया व बझड़ों के लिए अलग-अलग टिनशेड बनाने के निर्देश दिए। इसके अलावा गोशाला में पशुओं के रहने चारा खाना के लिए नाद सहित अन्य कई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। जिले की किसी भी गोशाला में यदि लापरवाही पाई गई और गोवंश की मौत हुई तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। वहीं स्थानीय बीडीसी के अनुसार यहाँ पर स्थिति बहुत ही खराब थी। गाय को रखने के लिए बने मंडई को भूखे पशुओं ने खाना शुरू कर दिया था। बारिश के चलते मंडई गिर गयी और दब कर मवेशियों की मौत हो गयी थी। बारिश के चलते दलदल में फंस कर और मवेशियों को जान गंवानी पड़ी। जबकि कर्मचारियों के अनुसार अब किसी तरह से व्यवस्था कर पशुओं का जीवन बचाया जा रहा है।
रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़