भोजीपुरा, बरेली। जनपद के थाना भोजीपुरा क्षेत्र मे कुछ समय की शांति के बाद दोबारा पशु तस्कर सक्रिय होने लगे है। धिमनी गांव मे सड़क किनारे तीन कट्टों मे पशु अवशेष फेंके गए। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों के साथ संरक्षित पशु कटान का आरोप लगाकर हंगामा किया। पुलिस से उनकी तकरार हुई। फिर सैंपल जांच के लिए भिजवाए गए। मंगलवार की सुबह जब धिमनी के ग्रामीण घर से खेतों की तरफ निकले तो सड़क किनारे तीन कट्टों में पशु अवशेष भरे हुए दिखे। ग्रामीणों ने हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों को कॉल कर अवशेष पड़े होने की जानकारी दी। हिमांशु पटेल, राष्ट्रीय बजरंग दल के जिलाध्यक्ष विवेक गंगवार, आदित्य गंगवार ने पुलिस अधिकारियों को एक्स पर पोस्ट किया। जानकारी होने पर प्रभारी निरीक्षक प्रवीन सोलंकी व चौकी प्रभारी धौराटांडा संजय कुमार पहुंच गए। घटनास्थल पर मौजूद गोरक्षक संघ के नेता मयंक सिंह से इनकी तीखी नोंकझोंक हो गई। मयंक सिंह की सूचना पर गोरक्षा संघ विनोद राठौर गोपी पटेल, शिवम पटेल, पुष्पेंद्र गंगवार, आदित्य गंगवार आदि मौके पर पहुंचे। गोरक्षकों ने इस तरह की घटना को पुलिस की लापरवाही बताकर हंगामा किया। पशु चिकित्सा अधिकारी धौराटांडा डॉ. अजय वर्मा को पुलिस ने बुलवाया। उन्होंने मांस का एक टुकड़ा सील कर दिया। बताया कि इसे जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। पुलिस ने बाकी अवशेषों को पानी में फेंक दिया। इस पर हिंदूवादी नेताओं ने फिर हंगामा किया। गोरक्षकों का कहना था अवशेष संरक्षित पशु के दिखाई दे रहे हैं। अवशेषों को जमीन में दबाने के बजाय पानी में फिंकवाना गलत है। इस दौरान इंस्पेक्टर ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद संरक्षित पशु का मांस होने की पुष्टि हुई तो रिपोर्ट लिखी जाएगी। कार्यकर्ता फिर भड़क गए और इंस्पेक्टर से इनकी नोंकझोंक हुई। हंगामा देखकर प्रभारी निरीक्षक बैकफुट पर आए और कार्रवाई का आश्वासन दिया तो गोरक्षक मान गए। इस मौके पर राष्ट्रीय बजरंग दल के जिलाध्यक्ष विवेक गंगवार, केशव गंगवार आदित्य गंगवार, वीरेंद्र गंगवार आदि मौजूद रहे। एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि पशु चिकित्सा अधिकारी ने मांस के अवशेष का सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजा है। अज्ञात मांस तस्करों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस आरोपियों की पहचान व तलाश मे जुटी है।।
बरेली से कपिल यादव